गंगा खतरे के निशान के पार
जागरण संवाददाता,साहिबगंज: गंगा नदी गुरुवार को साहिबगंज में खतरे के निशान को पार कर गई। गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण शहर के निचले इलाके में पानी प्रवेश करने लगा है। दियारा क्षेत्र में लोग सुरक्षित ठिकानों की तलाश में जुटे हैं।
जिले के विस्तृत दियारा क्षेत्र के खेत में भी गंगा का पानी फैलने लगा है। गंगा नदी गुरुवार दोपहर खतरे के निशान से 8 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। हालांकि बक्सर में जलस्तर घट रहा है और फरक्का में स्थिर है। केंद्रीय जल आयोग के साहिबगंज कार्यालय के इंचार्ज रंजित कुमार मिश्र ने बताया कि गुरुवार सुबह 6 बजे गंगा नदी साहिबगंज में 27.24 सेंटीमीटर पर बह रही है। शुक्रवार सुबह तक जलस्तर में 27.44 सेंटीमीटर होने की संभावना है। जलस्तर प्रति घंटे करीब एक सेंटीमीटर के हिसाब से बढ़ने लगा है। साहिबगंज में खतरे का निशान 27.25 सेंटीमीटर पर है। जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने के लिए तैयार है। उपायुक्त ए मुथु कुमार ने बताया कि जिले को बाढ़ जैसी आपदा से बचाने के लिए प्रशासन सर्तक है। सभी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारियों को राहत कार्य के लिए तैयार रहने को कहा गया है। प्रशासन गंगा के जलस्तर की रिपोर्ट ले रहा है।
बरहड़वा में घुसा बाढ़ का पानी
संवाद सहयोगी, मिर्जापुर : गंगा का जलस्तर बढ़ने से बरहड़वा प्रखंड के निचले भू भाग में बाढ़ का दूषित पानी प्रवेश कर गया है। प्रखंड की रुपसपुर पंचायत के आतरसा झील, कोदालकाटी नाला, बरारी, शुक्रवासिनी, टिल्हा, बेलडंगा, मिर्जापुर आदि गांव के बहियारों से आवाजाही होनेवाले सभी छोटी बड़ी सड़क डूबने के कगार पर है। मवेशियों के चारा तथा स्वच्छ पानी का संकट उत्पन्न हो गया है। दूषित पानी जमे होने के कारण इलाके में डायरिया, पेचिस, एवं मलेरिया की बीमारी फैलने की भी सूचना है।