दियारा के दर पर 'दर्द' की दस्तक
धनंजय मिश्र ,साहिबगंज: दियारावासियों की पीड़ा कुछ अलग है। मॉनसून इनके लिए खुशहाली नहीं लाती है। लगातार मूसलधार बारिश के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ने लगता है। कटाव के कारण किनारे बसे लोगों के घर व जमीन गंगा में समा जाते हैं। एक बार फिर दियारावासियों के दर पर दर्द ने दस्तक दी है। कटाव की जद में खेतिहर जमीन और आशियाने आ गए हैं। फिलहाल बुधवरिया से कन्हैयास्थान व सरकंडा से शोभापुर तक कटाव शुरू है। साहिबगंज व उधवा प्रखंड में कटाव लगातार हो रहा है।
दरअसल, साहिबगंज में गंगा तट की लंबाई 83 किलोमीटर है। कई किलोमीटर एनएच 80 भी गंगा किनारे से होकर गुजरता है। साहिबगंज व राजमहल तक गंगा कटाव से शहर-गांवों को सुरक्षित रखने के लिए 1982 से 1984 के बीच कटाव निरोधी कार्य किया गया था। गंगा की प्रकृति में बदलाव के बाद 1990 से फिर कई स्थानों पर कटाव रोकने का कार्य चल रहा है। इस दौरान हजारों परिवार कटाव की चपेट में आए और भूमिहीन बनकर जीवनयापन को मजबूर हो रहे हैं। फिलहाल गंगा नदी शुक्रवार की सुबह साहिबगंज में खतरे के निशान से 1.91 मीटर नीचे बह रही है। केंद्रीय जल आयोग से मिली जानकारी के अनुसार जलस्तर सभी स्थानों पर बढ़ रहा है।
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हर साल आती है आफत
साहिबगंज जिले में मिर्जाचौकी से लेकर पिपरा गांव तक गंगा नदी साहिबगंज, तालझारी, राजमहल, उधवा व बरहड़वा प्रखंड से होकर बहती है। नदी के किनारे कटाव की समस्या हर साल गहराती जा रही है। हर साल सैकड़ों एकड़ जमीन गंगा कटाव की भेंट चढ़ जाती है। भूमिपति भूमिहीन बन जाते हैं। सैकड़ों आशियाने व सरकारी भवन, स्कूल, शौचालय, स्वास्थ्य केंद्र भी गंगा की भेंट चढ़ जाते हैं। फिलहाल बुधवरिया से कन्हैयास्थान व सरकंडा से शोभापुर तक गंगा कटाव शुरू है। साहिबगंज व उधवा प्रखंड में कटाव लगातार हो रहा है।
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कटावरोधी कार्य की स्थिति
जिला प्रशासन की ओर से शोभापुर में 195.50 लाख रुपये व व चंडीपुर में 37.60 लाख रुपये की लागत से कटाव निरोधी कार्य पूर्ण कर लिया गया है। साहिबगंज में संत जेवियर के पास धोबीटोला में 36.02 लाख, शोभापुर में फेज 2 में 121.06 लाख, सिंहीदालान सं लंच घाट तक 544.75 लाख व रफाटोला से श्रीधर 10 तक 5263.00 लाख की लागत से काम चल रहा था लेकिन कार्य बारिश के कारण बंद है। वर्ष 14-15 में शुरू हुए कार्य को बारिश के बाद फिर चालू किया जाएगा। प्रशासन राजमहल में गंगा भवन की सुरक्षा को प्रयासरत है। अधिकारियों की मानें तो एनएच 80 को कटाव से वर्तमान समय में कोई खतरा नहीं है।
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जिले में गंगा कटाव की समस्या गंभीर है। इसे रोकने के लिए जिला प्रशासन की ओर से तीन प्रखंड में कई स्थानों पर कटावरोधी कार्य कराया जा रहा है। प्रशासन कटाव रोकने व बाढ़ से निपटने को प्रयासरत है। इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है। बाढ़ से निपटने के लिए मोटरबोट खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। राहत सामग्री की खरीदारी चल रही है।
ए. मुथु कुमार
उपायुक्त, साहिबगंज