लालू से मिले शरद यादव व शत्रुघ्न सिन्हा, बिहार में विपक्षी एकता को बताया जरूरी
Jharkhand. शरद यादव और कमरे आलम के अलावा बॉलीवुड अभिनेता और पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने भी रांची के रिम्स में लालू से मुलाकात की।
रांची, जासं। बिहार में महागठबंधन को लेकर चल रही रस्साकशी को दूर करने के लिए शनिवार को पूर्व राज्यसभा सांसद शरद यादव (Sharad Yadav) ने रिम्स में लालू प्रसाद से मुलाकात की। डेढ़ घंटे तक चली मुलाकात के बाद शरद यादव ने कहा कि बिहार में आगामी चुनाव की रणनीति पर लालू प्रसाद से बात हुई है। बिहार में महागठबंधन को लेकर कोई मतभेद नहीं है। वहीं पूर्व सांसद और बॉलिवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने विपक्षी एकता को जरूरी बताया। कहा कि विपक्षी एकता मजबूत नहीं होगी तो दो बिल्ली की लड़ाई में बंदर को फायदा हो जाएगा। शत्रुघ्न सिन्हा और शरद यादव पेईंग वार्ड में लालू प्रसाद से एक साथ गुफ्तगू करते नजर आए। शरद यादव और शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा राजद के महासचिव कमरे आलम ने भी लालू प्रसाद से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य का हाल जाना।
बंदर की लड़ाई में कहीं बिल्ली को न हो जाए फायदा
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने लगभग आधे घंटे तक लालू प्रसाद से मुलाकात की। मुलाकात कर बाहर निकले शत्रुघ्न सिन्हा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका कुशलक्षेम जानने आया था। हमारी पारिवारिक मित्रता रही है, इसलिए उनसे मुलाकात की। उन्हें न्याय मिले, यह हमारी दुआ है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि लालू का स्वास्थ्य ठीक नहीं है लेकिन उनका जीवन जीने के प्रति जज्बा बहुत ही मजबूत है। बिहार से राज्यसभा की सीट खाली होने के सवाल पर कहा कि मेरी ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। सब लोग मिलकर जो तय करेंगे, वही होगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कल होने वाले शपथ ग्रहण पर बधाई दी और कहा कि दिल्ली में गाली गलौज की हार हुई है। अहंकार की, दंभ की, झूठ प्रचार की हार हुई है। दिल्ली चुनाव में लोकतंत्र की जीत हुई है। बिहार में चुनावों से पूर्व विपक्षी गठबंधन में हो रही खींचतान पर कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए विपक्षी एकता जरूरी है। विपक्षी एकता मजबूत नहीं होगी तो दो बिल्ली की लड़ाई में बंदर को फायदा होगा या दो बंदर की लड़ाई में बिल्ली को फायदा हो जाएगा।
शरद यादव बोले, महागठबंधन में काेई नाराजगी नहीं
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने रिम्स में लालू प्रसाद से लगभग डेढ़ घंटे तक मुलाकात की। मुलाकात कर बाहर निकले शरद यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार में विपक्षी गठबंधन में कोई नाराजगी नहीं है। बिहार में विपक्षी गठबंधन पूरी तरह एकजुट है। पूरी तरह मजबूत है और पूरी मजबूती से आगामी चुनाव लड़ा जाएगा। समाचार पत्रों में जो प्रकाशित हुआ है, वह गलत है। साथ ही कहा कि बिहार में आगामी चुनाव किस तरह लड़ा जाएगा, इसी रणनीति पर ज्यादा बात हुई। शरद यादव से जब यह सवाल किया गया कि तेजस्वी यादव गठबंधन की तरफ से आगामी चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे तो उन्होंने कहा कि ऐसी बात नहीं है। सारे मिलकर तय करेंगे।
कमरे आलम बोले, तेजस्वी होंगे महागठबंधन का चेहरा
राजद के राष्ट्रीय महासचिव कमरे आलम ने लालू यादव की सेहत पर चिंता जाहिर करते हुए उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि वे जल्द से जल्द जेल से बाहर निकलें और सभी कार्यक्रमों का निष्पादन करें। महागठबंधन पर पूछे सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि राजद के नेतृत्व में महागठबंधन मजबूत है। महागठबंधन में किसी भी तरह का मतभेद नहीं है। आने वाले दिनों में राजद के नेतृत्व में सरकार बनना तय है। वहीं शरद यादव के महागठबंधन का नेता तेजस्वी यादव को नहीं मानने के सवाल पर कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। महागठबंधन के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के तौर पर मजबूती के साथ बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। वहीं उन्होंने तेज प्रताप के महागठबंधन में भूमिका पर कहा कि उनकी भी भूमिका महागठबंधन में महत्वपूर्ण रहेगी।
शत्रुघ्न सिन्हा ने लालू से मुलाकात से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे व्यक्तिगत कारण से लालू प्रसाद से मिलने आए हैं। वे लालू का स्वास्थ्य का हाल जानने आए हैं। दोस्त के नाते उनकी अच्छी सलामती और दुआ की कामना लेकर आए हैं। बता दें कि हर शनिवार जेल प्रशासन के द्वारा लालू प्रसाद यादव से तीन लोगों को मिलने की छूट दी जाती है। मुलाकात की सूची में नाम के अनुसार लालू प्रसाद तय करते हैं कि कौन उनसे मुलाकात कर सकता है। लालू प्रसाद से मिलने का समय दिन में दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक होता है।
बिहार में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार के नेताओं की लालू से मुलाकात बढ़ गई है। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजद ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया है। इसके बाद बिहार में राजनीति गरमा गई है। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव के नाम को लेकर महागठबंधन में शामिल दल एकमत नहीं हैं।
लालू प्रसाद पिछले दो वर्षों से रिम्स के पेईंग वार्ड में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे हैं। चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू बिरसा मुंडा जेल के कैदी हैं। जेल प्रशासन की अनुमति से शनिवार को अधिकतम तीन लोग उनसे मुलाकात कर सकते हैं। पिछले दिनों उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने उनसे मुलाकात की थी। राबड़ी दो साल में पहली बार अपने पति से मिली थी।