शिक्षकों व छात्रों को किया गया सम्मानित
रांची : स्वच्छता के प्रति सभी को सोचने की आवश्यकता है। इसके लिए आपसी सहयोग से से एकजुट ह
रांची : स्वच्छता के प्रति सभी को सोचने की आवश्यकता है। इसके लिए आपसी सहयोग से से एकजुट होकर कार्य करना होगा। वर्तमान समय में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की मदद से स्वच्छता की परिकल्पना को आसान बनाया जा सकता है। स्वच्छता की जिम्मेदारी समझते हुए पर्यावरण को साफ रखने की बात सबको करनी चाहिए। लोग एक-दूसरे को उपहार स्वरूप फूल व मोटी रकम देने में खर्च करते हैं। यह फूल मुरझाकर बर्बाद हो जाता है। ऐसी स्थिति में उपहार के रूप में पौधा भेंट किया जाना चाहिए। यह बातें दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक अच्युतानंद ठाकुर ने कही। वह बुधवार को संत मारग्रेट उच्च विद्यालय में आयोजित जिलास्तरीय विद्यार्थी विज्ञान सेमिनार में बोल रहे थे। 'स्वच्छ भारत: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका संभावनाएं और चुनौतियां' विषय पर सेमिनार बिरला औद्योगिक एवं प्रौद्योगिकी संग्रहालय कोलकाता व शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित था। सेमिनार के तहत जिले के 52 सरकारी स्कूल के 108 विद्यार्थियो ने भाग लिया। सेमिनार में मैट्रिक और इंटर में बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूल के शिक्षकों को माध्यमिक शिक्षा निदेशक ए मुत्थू कुमार ने सम्मानित किया। इसमें 100 से अधिक शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने शिक्षकों को सरकारी स्कूल के सम्मान को बढ़ाने और बच्चों के बीच ज्ञान का अलख जगाने की बात कही। सेमिनार में सफल प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया। सफल विद्यार्थियों में उच्च विद्यालय बजरा की प्रज्ञा, कांती हाई स्कूल टाटीसिलवे की गुड़िया कुमारी और संत मारग्रेट बालिका विद्यालय की सोनाली कुमारी को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सफल प्रतिभागी 15 अक्टूबर को प्रस्तावित राज्य स्तरीय सेमिनार में शामिल होंगी।