राज्यसभा चुनाव: प्रत्याशी के चयन के लिए भाजपा नेतृत्व अधिकृत
भाजपा राज्यसभा चुनाव में बतौर प्रत्याशी किसे उतारेगी, पार्टी ने यह निर्णय मुख्यमंत्री रघुवर दास, प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी और प्रदेश प्रभारी त्रिवेंद्र सिंह रावत पर छोड़ा है। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय ने कहा कि एक सीट पर तो हम अधिकृत रूप से प्रत्याशी देंगे।
राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा राज्यसभा चुनाव में बतौर प्रत्याशी किसे उतारेगी, पार्टी ने यह निर्णय मुख्यमंत्री रघुवर दास, प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी और प्रदेश प्रभारी त्रिवेंद्र सिंह रावत पर छोड़ा है। बुधवार को प्रदेश कार्यालय में हुई चुनाव समिति की बैठक में निर्णय के लिए तीनों शीर्ष नेताओं को अधिकृत किया गया। ये शीर्ष नेता तमाम परिस्थितियों पर विचार कर केंद्रीय चुनाव समिति को प्रत्याशियों के नाम भेजेंगे जिस पर केंद्रीय चुनाव समिति ही अंतिम निर्णय लेगी।
चुनाव समिति की औपचारिक बैठक में संभावित प्रत्याशियों के नामों पर विशेष चर्चा नहीं हुई। राज्यसभा सदस्य एमजे अकबर के साथ अर्जुन मुंडा के नाम पर बात शुरू होते ही खत्म हो गई। हां, भाजपा झारखंड कोटे से खाली हो रही दोनों सीटों पर चुनाव लड़ेगी या एक पर इसे लेकर नेताओं की दोहरी राय जरूर उभरी। कुछ नेताओं का कहना था कि संख्या बल के अभाव में पार्टी सिर्फ एक ही सीट पर फोकस करे तो बेहतर होगा। यह पार्टी की गरिमा के भी अनुरूप रहेगा। वहीं, कुछ नेताओं का कहना था कि दोनों सीटों पर विचार किया जाना चाहिए। हालांकि, सीटों के लिहाज से भी अंतिम सहमति नहीं बन पाई।
बैठक के उपरांत निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय ने कहा कि चुनाव समिति ने मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी को प्रत्याशी के चयन के लिए अधिकृत किया है। वे जनभावना के अनुरूप राज्य हित में निर्णय लेंगे। राय व्यक्तिगत तौर पर राज्यसभा की दोनों सीटों पर प्रत्याशी देने के पक्ष में दिखे। उन्होंने कहा, एक सीट पर तो हम अधिकृत रूप से प्रत्याशी देंगे, उसमें जीत भी तय है।
मतों के लिहाज से देखें तो हमारे पास सबसे अधिक मत हैं दूसरी सीट के लिए भी 19 विधायक हैं। पूर्व में भी विधायकों का सहयोग हमें मिलता रहा है। ऐसे में दूसरी सीट के लिए भी विचार किया जा सकता है। राय का इशारा निर्दलीय विधायक कुशवाहा शिवपूजन, गीता कोड़ा, भानु प्रताप, एनोस एक्का, अरूप चटर्जी सहित अन्य विधायकों की ओर था। हालांकि उन्होंने खुलकर इनके नामों की चर्चा से परहेज किया।
बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास, प्रदेश प्रभारी त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश अध्यक्ष ताला मरांडी, निवर्तमान अध्यक्ष सह सांसद रवींद्र राय, पीएन सिंह, रामटहल चौधरी, मंत्री सीपी सिंह, लुइस मरांडी, अनंत ओझा, दीपक प्रकाश और बालमुकुंद सहाय उपस्थित थे।