मेरे बेटे से भी पुलिस ने मांगी थी रिश्वत : चीफ जस्टिस
झारखंड हाई कोर्ट में यातायात व्यवस्था पर सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस प्रदीप कुमार मोहंती ने व्यवस्था पर कड़ा प्रहार किया।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड हाई कोर्ट में मंगलवार को राजधानी की यातायात व्यवस्था पर सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस प्रदीप कुमार मोहंती ने व्यवस्था पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि पुलिस द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत आम है। पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए ओडिशा पुलिस ने उनके बेटे से भी रिश्वत मांगी थी। जब एक जज के बेटे से रिश्वत मांगी जा सकती है तो आम आदमी की पीड़ा सहज ही समझ में आती है। मुख्य न्यायाधीश ने चिंता जताते हुए कहा कि घूसखोरी हमारे सिस्टम में इस हद तक पैठ बना चुकी है कि इससे पार पाना मुश्किल है। ऐसा लगता है कि शासन व्यवस्था से इस कुप्रथा को निकालना नामुमकिन है। गौरतलब है कि चीफ जस्टिम प्रदीप कुमार मोहंती ओडिशा उच्च न्यायालय के जज रह चुके हैं। 24 मार्च को उन्होंने राज्य के मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली है।
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फटकारा था नगर निगम को
चीफ जस्टिस ने 24 मार्च को एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान नगर निगम के अफसरों को जमकर फटकारा था। उनका गुस्सा राजधानी में मच्छरों के प्रकोप को लेकर था। उन्होंने अपनी पीड़ा बयान करते हुए कहा था कि वे मच्छरों के कारण पूरी रात सो नहीं पाए थे। मच्छरों को भगाने के लिए उन्होंने तमाम उपाय किए। मच्छरदानी लगाने से लेकर मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती तक जलाई लेकिन प्रकोप कम नहीं हुआ। नाराज होकर उन्होंने यहां तक टिप्पणी की थी कि नगर निगम के अफसरों को नाली के किनारे खड़ा कर देना चाहिए ताकि उन्होंने इसका अहसास हो कि शहर में मच्छरों से लोग कितने परेशान हैं।