सरयू राय की तल्खी बरकरार, कहा-मुख्य सचिव पर पिक्चर साफ करे सरकार
सरयू राय ने कहा कि मुख्य सचिव के पत्र के बाद बिना आधार वाले राशन कार्ड रद कर दिए गए।
राज्य ब्यूरो, रांची। खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा है कि मुख्य सचिव राजबाला वर्मा पर लगे आरोपों को लेकर उत्पन्न ऊहापोह सरकार 10 दिनों में साफ करे। उन्होंने कहा है कि मुख्य सचिव 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो रही हैं, ऐसे में यह सुशासन का तकाजा है कि इस मसले पर पिक्चर साफ हो। उन्होंने दो टूक कहा कि सीबीआई यूं ही किसी को आरोपित नहीं करती है। दोष सिद्ध होने पर ही वह कार्रवाई करती है। कुछ मामले में वह प्राथमिकी दर्ज करती है तो कुछ मामले लघु अथवा वृहद दंड के लिए मामला सरकार के हवाले करती है। बड़ा सवाल यह कि चारा घोटाला मामले में आखिर मुख्य सचिव ने दर्जनों नोटिस का जवाब क्यों नहीं दिया? विधानसभा में हंगामे के बाद सरकार हरकत में क्यों आई? वे शनिवार को रांची स्थित अपने आवासीय कार्यालय में मीडिया से मुखातिब थे।
यह पूछने पर कि 28 तक पिक्चर साफ नहीं होने पर उनका अगला कदम क्या होगा। विपक्ष उनकी बातों को महज गीदड़भभकी करार देते हुए नैतिकता के नाम पर इस्तीफे की वकालत करता है। उन्होंने हाल ही में संसदीय कार्यमंत्री का पद त्यागने की ओर इशारा करते हुए दो टूक कहा- आधा छोड़ दिया हूं। पिछले दिनों इंड्सइंड बैंक के हेड, कारपोरेट सर्विसेज अद्वैत हेबर के ट्वीट पर मचे बवाल मामले पर उन्होंने कहा कि विशेष शाखा का दायित्व सिर्फ सूचनाओं का संग्रह करना है, फिर वह इस मामले का जांच कैसे कर रही है। अगर कर भी रही है तो जांच के बिंदु क्या हैं। उन्होंने कहा कि बैंक के अफसर ने अपने ट्वीट में हर (एचइआर) शब्द का प्रयोग किया था। ऐसे में जांच कर्ताओं को यह जानने की कोशिश करनी चाहिए कि किन-किन राज्यों में महिला मुख्य सचिव हैं। उनमें से कितने के पुत्र बिजनेस में हैं।
संबंधित कंपनी में उनका शेयर है तो कितना, उनकी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड है या कुछ और? बड़ी बात यह भी कि अन्य बैंक जहां 30-40 फीसद सीडी रेशियो के लिए तरस रहे हैं, वहीं इंड्सइंड बैंक का सीडी रेशियो 273 फीसद कैसे रहा? उन्होंने कहा कि यह संकेत देता है कि झारखंड में बाहर का पैसा निवेश हो रहा है। यह पैसा कहां से आ रहा, कहां जा रहा। सरयू राय ने यह भी कहा कि कुछ दिन पूर्व संबंधित बैंक के चार-पांच अफसरों के साथ मुख्य सचिव की गुफ्तगू हुई है, उनमें से एक दिन भर उनके कार्यालय में रहे। जांच इस मसले पर भी होनी चाहिए कि कहीं कार्रवाई को प्रभावित करने की कोशिश नहीं हो रही। जहां तक बात संबंधित अधिकारी द्वारा माफी मांग लेने की है तो बात यहीं समाप्त नहीं होती। इतने संवेदनशील ट्वीट को यूं ही नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। देखना यह भी होगा कि अमेरिका में हुए रोड शो में संबंधित बैंक के अफसरों की सहभागिता थी या नहीं।
आधार पर चार महीने खामोश रही राजबाला वर्मा
सरयू राय ने कहा कि मुख्य सचिव के पत्र के बाद बिना आधार वाले राशन कार्ड रद कर दिए गए। आज भी दर्जनों लोगों की शिकायतें आती हैं कि बीपीएल होते हुए भी उनका राशन कार्ड रद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि लगभग 11.50 लाख कार्ड रद किए गए हैं। अब इसमें से कितने कार्ड आधार से लिंक नहीं रहने की वजह से रद हुए हैं, यह जांच का विषय है। इस मामले में मुख्य सचिव से जवाब मांगा गया, परंतु उन्होंने चार महीने में भी जवाब नहीं दिया। अंत में विभाग को खुद आदेश निकालकर मुख्य सचिव के संबंधित पत्र को रद करना पड़ा। इसी तरह सीएस ने कई आंगनबाड़ी केंद्रों को रद कर दिया गया। बाद में विभागीय मंत्री ने संबंधित आदेश को रद किया।