चारा घोटाला: डोरंडा व दुमका मामले में सीबीआइ कोर्ट में पेश हुए लालू
दुमका कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित चारा घोटाला मामले में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में दो लोगों की गवाही दर्ज की गई।
जागरण संवाददाता, रांची। चारा घोटाले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज सीबीआइ के विशेष कोर्ट में पेश हुए। इधर, लालू से मिलने के लिए कोर्ट परिसर में राजद कार्यकर्ता भी पहुंचे।जानकारी के मुताबिक, सबसे पहले डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित चारा घोटाला कांड संख्या आरसी 47ए/96 में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में पेश हुए।
गवाह ने कहा, सीबीआइ ने जिन वाहनों का नंबर कराया था उपलब्ध उसमें कार व स्कूटर भी हैं
दुमका कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित चारा घोटाला मामले में शुक्रवार को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुमार की अदालत में दो लोगों की गवाही दर्ज की गई। सीबीआई की ओर से आंध्र प्रदेश के चित्तूर के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर सीएच प्रताप और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा के आरटीओ श्रीवेंकटेश्वर राव ने गवाही दी। गवाही सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह ने अदालत में दर्ज कराई। बीएमपी सिंह ने बताया कि दोनों गवाह क्रमशः 475 और 476 वें गवाह के रूप में अदालत में उपस्थित हुए थे।
दोनों ने तत्कालीन डिप्सटी ट्रांस्पोर्ट कमिश्नर द्वारा सीबीआई को लिखे पत्र की पहचान न्यायालय में की। उस पत्र में सीबीआई द्वारा अनेक वाहनों का रजिस्ट्रेशन नंबर भेजकर उक्त वाहन का प्रकार एवं उसके मालिक के संबंध में पूछा गया था। जिसके उत्तर में सीबीआइ को सूचित किया गया था कि जिन वाहनों का नंबर सीबीआइ दृआरा उपलब्ध कराया गया था उसमें कुछ वाहन व्यवसायिक हैं जबकि अनेक वाहन गैर व्यवसायिक हैं। इसमें कई ऐसे वाहनों का नंबर है जो स्कूटर, कार व मोटरसाइकिल का भी है।
उल्लेखनीय है कि सीबीआइ के जांच में विजयवाड़ा के 43 वाहनों का नंबर से संबंधित चालान सीबीआइ को प्राप्त हुआ था। गवाह ने कहा कि इसमें 25 वाहन नन कामर्शियल और 18 वाहन कामर्शियल हैं। वहीं चितूर के चार वाहन थे। गवाह ने अदालत को बताया कि इसमें दो कामर्शियल व दो नन कामर्शियल थे।
आपूर्तिकर्ता के अधिवक्ताओं ने की जिरह
आपूर्तिकर्ताओं के अधिवक्ताओं ने ओर से अदालत में गवाहों से जिरह की गई। आरोपी के अधिवक्ताओं ने गवाह से पूछा कि वाहनों के रजिस्ट्रेशन से संबंधित रजिस्टर आपके पास है? इसके उत्तर में गवाह ने कहा कि रजिस्टर वर्तमान में उनके पास नहीं है। इसके बाद अधिवक्ताओं ने कहा कि ट्रक का इंजन नंबर, चेचिस नंबर या अन्य डिटेल व्यक्ति को प्राप्त करना चाहिए? इसके जवाब में गवाह ने कहा कि डिटेल्स प्राप्त कर लेना आवश्यक भले नहीं है, लेकिन वाहनों की सत्यता की जांच अवश्य कर लेनी चाहिए। जिस पर सामान की ढुलाई आप कर रहे हों। अधिवक्ताओं के प्रश्न पर गवाह ने फिर कहा कि मोटर वाहन वैकिल एक्ट में वाहन का डिटेल पता करने का कोई प्रावधान नहीं है। लालू प्रसाद की ओर से जिरह नहीं की गई। कहा गया कि यह गवाह उनसे संबंधित नहीं है।
दुमका मामले में बहस जारी
दुमका कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में लालू प्रसाद पेश हुए। इस मामले में लालू की ओर से बहस हुई।
लालू बोले-जजमेंट कर दीजिए सर, हम लोग होली मनाएंगे
चारा घोटाले में झारखंड के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद को अब रंगों के त्योहार की याद सताने लगी है। होली सिर पर है, ऐसे में उनकी चिंता है कि कहीं रंगों का त्योहार भी सलाखों के पीछे ही न गुजर जाए। अपने लोगों के बीच होली खेलने की ललक में उन्होंने गुरुवार को कोर्ट से शीघ्र निर्णय का अनुरोध किया। कोर्ट में मौजूद अधिवक्ताओं के अनुसार, दुमका कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित मामले में लालू प्रसाद ने सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में जज से मौखिक संवाद किया। कहा, होली के पहले जजमेंट कर दीजिए सर, कम से कम हम लोग होली तो मना लेंगे। जज ने कहा कि जल्द ही फैसला होगा। आपसे गलती यह हुई है कि आप अच्छे-अच्छे अफसर नहीं रखते थे। लालू ने कहा कि सिस्टम बहुत गड़बड़ है सर।
जज ने कहा कि आप लोग चाहेंगे तो सब सिस्टम ठीक होगा। अचानक कोडरमा के कांग्रेस जिलाध्यक्ष शंकर यादव की हत्या की बात भी न्यायलय में उठी। इस पर जज ने कहा कि मंत्रियों को लाल बत्ती भी खत्म कर दी गई है। इस पर लालू ने कहा कि अच्छा हुआ सर, लाल बत्ती से खतरा भी होता है। बॉडी गार्ड घटना के पहले ही भाग जाता है। लालू ने कहा कि चाईबासा कोषागार से संबंधित चारा घोटाला कांड संख्या आरसी 20ए/96 में हड़बड़ी में जजमेंट हुआ है। देवघर मामले में आपने जो जजमेंट दिया है, उससे आपका बहुत नाम हुआ है। जज ने कहा कि मेरा नाम नहीं, लालू प्रसाद के चलते नाम हुआ है। इस पर लालू ने कहा कि तबो त रहम करिये सर। पेशी के बाद निकले लालू प्रसाद ने कोर्ट परिसर में मीडियाकर्मियों से बातचीत की।
उन्होंने कहा कि बिहार में वह यूपीए के साथ मिलकर उपचुनाव लड़ेंगे। दो सीट हमारी है। एक भभुआ सीट कांग्रेस को दे दिया है। सीबीआइ द्वारा समन किसी और का और गवाही किसी और की कराए जाने पर भी लालू ने सीबीआइ पर निशाना साधा। कहा कि डोरंडा मामले में गवाही चल रही है। सीबीआइ के पास गवाह नहीं जुट रहे हैं। गवाह को सीबीआइ कहीं-कहीं से पकड़कर लाती है।
31 बक्सों में हाई कोर्ट भेजा गया चारा घोटाले का दस्तावेज
सीबीआइ के विशेष कोर्ट से गुरुवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद से जुड़े चारा घोटाले का दस्तावेज 31 बक्सों में हाई कोर्ट भेजा गया। बड़े व मीडियम साइज के बक्सों में सभी रिकॉर्ड को भेजा गया। चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित चारा घोटाला कांड संख्या आरसी 20ए/96 के 15 बॉक्स, देवघर कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित चारा घोटाला कांड संख्या आरसी 64ए/96 के दस्तावेज नौ बक्सा और चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित चारा घोटाला कांड संख्या आरसी 68ए/96 के दस्तावेज सात बक्सों में हाई कोर्ट भेजा गया।
उल्लेखनीय है कि चारा घोटाला में लालू प्रसाद सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ उक्त मामलों में सीबीआइ अदालत ने पूर्व में सजा सुनाई है। आरोपियों की ओर से सजा को हाई कोर्ट में चुनौती देते हुए अपील फाइल की गई है। इसपर पिछले दिनों हाई कोर्ट में सुनवाई हुई थी, जिसमें हाई कोर्ट ने लोअर कोर्ट रिकॉर्ड की मांग की थी। इसी आलोक में सीबीआइ अदालत द्वारा फैसला सुनाए जा चुके मामलों का रिकॉर्ड गुरुवार को हाई कोर्ट भेजा गया।