जानें, झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी को क्यों लगता है डर
पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड सरकार गुंडागर्दी कर रही है।
रांची, जागरण संवाददाता। पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार गुंडागर्दी कर रही है। अब उनके जैसे लोगों को डर लग रहा है कि वो पुलिस की सुरक्षा लें या नहीं। उन्होंने बकोरिया समेत कई मामलों का जिक्र करते हुए मांग की है कि इन मामलों की जांच हाई कोर्ट के किसी सीटिंग जज से कराई जाए।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार से आम लोगों को उम्मीदें होती हैं कि वह सुरक्षा उपलब्ध कराए। लेकिन जब सरकार ही गुंडागर्दी पर उतर जाए तो फिर लोग कहां जाएं। बकोरिया कांड के अहम गवाह व तत्कालीन थानेदार ने जो खुलासा किया है, वह हैरान करने वाला है। साथ ही, एक गंभीर सवाल भी है। 12 लोगों को फर्जी मुठभेड़ में मार दिया गया। यह तो नरसंहार है। बावजूद इसके दोषियों पर कार्रवाई की बजाय सरकार पूरे मामले को दबाने का प्रयास कर रही है।
मामले की जांच में गति आई या किसी अधिकारी ने निष्पक्षता दिखाई तो उस जांच अधिकारी का तबादला कर दिया जाता है। राज्य सरकार की जो स्थिति है, उसे देखते हुए अब हमारे जैसे व्यक्ति को भी सोचना पड़ेगा कि हम सुरक्षा रखें या न रखें। राज्यसभा चुनाव में अनुराग गुप्ता के पद का दुरुपयोग करने को लेकर चुनाव आयोग द्वारा एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया जा चुका है और सरकार ने ऐसे अफसरों को गुंडागर्दी करने के लिए छोड़ रखा है।
वहीं, दूसरी ओर योगेन्द्र साव का पूरा परिवार जेल में बंद है। बुंडू के रूपेश स्वांसी की पुलिस हिरासत में मौत में आरोपी डीएसपी की सुप्रीम कोर्ट से जमानत रद हो चुकी है, परंतु डीएसपी को गिरफ्तार तक नहीं किया गया है। जब तक सरकार ऐसे दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं करेगी, तब तक ऐसी घटनाओं पर रोक कैसे लग पाएगी।
यह भी पढ़ेंः झारखंड मूल्यवर्धित कर संशोधन विधेयक विधानसभा में पारित