भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव पास
कार्यसमिति की बैठक में केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों की सराहना की गई और विपक्ष की नकारात्मक राजनीत पर प्रहार किया गया।
रांची, जेएनएन। राजधानी रांची में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में आज प्रदेश महामंत्री अनंत ओझा ने राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया। कार्यसमिति ने राजनीतिक प्रस्ताव पास किया। विधायक बिरंची नारायण ने इसका समर्थन और रामकुमार पाहन ने अनुमोदन किया।
इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों की सराहना की गई। साथ ही, विपक्ष की नकारात्मक राजनीत पर प्रहार किया गया। विपक्ष पर परिवारवाद, जातिवाद, संप्रदायवाद और अवसरवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया।
कई अहम मसलों पर चर्चा की गई। इसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास, प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, प्रदेश सह प्रभारी राम विचार नेताम, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह सहित सभी प्रदेश पदाधिकारी और कार्यसमिति सदस्यों ने भाग लिया। बैठक शुरू होने से पहले सीएम ने ट्वीट कर सभी प्रतिनिधियों का अभिनंदन किया।
बैठक मिशन 2019 के बाबत राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा प्रदेश इकाई को सौंपे गए टास्क पर ही केंद्रित रही। बैठक में टास्क को पूरा करने का ब्लू प्रिंट तैयार कर पदाधिकारियों की जवाबदेही तय की गई। कार्यसमिति में राजनीतिक प्रस्ताव भी पेश हुआ, जिसमें हमेशा की तरह केंद्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों की सराहना की गई। राज्य सरकार के एक हजार दिनों के सफल कार्यकाल के लिए कार्यसमिति ने बधाई दी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने झारखंड में लोकसभा की सभी 14 सीटें और विधानसभा की 60 प्लस सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने अपने तीन दिनों के रांची प्रवास के दौरान इस लक्ष्य को हासिल करने का रोड मैप तैयार कर संगठन के साथ-साथ सरकार को खरा उतरने का निर्देश दिया था। कार्यसमिति में इस पर गंभीरता से मंथन हुआ।
कार्यसमिति ने भाजपा विधायकों को निर्देश दिया कि वे अपनी विधायक निधि की 30 फीसद राशि अनुसूचित जाति और जनजाति क्षेत्रों में खर्च करें। मंत्रियों के कार्यकर्ता दरबार को लेकर भी कार्यसमिति ने कुछ सख्ती की है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी अपने प्रवास के दौरान इस पर सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया था। जनता दरबार को लेकर भाजपा मंत्रियों का ट्रैक रिकार्ड अब तक कुछ खास बेहतर नहीं रहा है।
पलामू कार्यसमिति की बैठक में भी इस बारे में निर्देश दिया गया था लेकिन अमल नहीं हुआ। कार्यसमिति में जातीय समीकरण के अनुसार लोगों को जोड़ने और बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने की जवाबदेही भी पार्टी पदाधिकारियों को सौंपी गई। सदस्यता के सत्यापन और नए सदस्यों के बनाने के बारे में भी कार्यसमिति में चर्चा की गई। झारखंड में सत्यापन का कार्य खासा पीछे चल रहा है।
अमित शाह के टास्क, जिन पर हुई चर्चा
-मंत्रियों का कार्यकर्ता दरबार।
-20 लाख प्राथमिक सदस्यों के सत्यापन का कार्य।
- बूथ स्तर पर 10 नए सदस्यों को बनाना।
- बूथ स्तर पर स्मार्टफोन रखने वाले कार्यकर्ताओं की सूची तैयार करना।
-विधायक मद की 30 फीसद राशि एससी-एसटी क्षेत्रों में खर्च करना।
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बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति @BJP4Jharkhand की बैठक में पधारे सभी साथियों का हार्दिक अभिनंदन। #NewJharkhand pic.twitter.com/AxCQsnwuvq— Raghubar Das (@dasraghubar) October 16, 2017