पूर्व मंत्री पीटर के बेहोश होकर गिरते ही मची अफरातफरी
अदालत ने राजा पीटर सहित दोनों नक्सलियों से पूछताछ के लिए रिमांड अवधि और बढ़ा दी है।
जागरण संवाददाता, रांची। तमाड़ विधायक रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में आरोपी पूर्व मंत्री राजा पीटर शनिवार को कोर्ट रूम में ही बेहोश हो गए। इससे अदालत की कार्यवाही कुछ देर के लिए रुक गई और न्यायाधीश अपने कक्ष में चले गए। तुरंत मेडिकल टीम को बुलाया गया। मौके पर सदर अस्पताल के चिकित्सक पहुंचे और उनकी जांच की।
जांच में पीटर का रक्तचाप बढ़ा हुआ पाया गया। सामान्य होने के बाद पूर्व मंत्री ने न्यायालय में बताया कि उन्हें रातभर सोने नहीं दिया गया, जिसके कारण उन्हें चक्कर आ गया था। पूर्व मंत्री को उनकी चार दिनों की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद अवधि विस्तार के लिए एनआइए ने न्यायालय में प्रस्तुत किया। पीटर के साथ-साथ नक्सली कुंदन पाहन व बलराम साहू उर्फ डेविड को भी एनआइए के प्रभारी विशेष न्यायाधीश एसएन तिवारी की अदालत में पेश किया गया।
जहां कोर्ट रूम में ही राजा पीटर बेहोश हो गए। अदालत ने राजा पीटर सहित दोनों नक्सलियों से पूछताछ के लिए दो दिनों के लिए तीनों की रिमांड अवधि और बढ़ा दी है। अब पूर्व मंत्री राजा पीटर, कुंदन व डेविड से एनआइए की टीम और दो दिनों तक आमने-सामने पूछताछ करेगी। एनआइए के अधिवक्ता व एनआइए के विशेष लोक अभियोजक रोहित रंजन प्रसाद ने आवेदन देकर दो दिनों की रिमांड पर लेने का अनुरोध किया था। बताया कि कुंदन व बलराम दो अलग-अलग जगह पर जेल में थे। कुंदन, बलराम व राजा पीटर को एक साथ करने में समय बीत गया। पीटर से 96 घंटे पूछताछ की अनुमति उन्हें मिली थी। लेकिन पूछताछ पूरी नहीं हो पाई है।
राजा पीटर की पैरवी में कोलकाता हाई कोर्ट से पहुंचे अधिवक्ता अखिलेख श्रीवास्तव और झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता रोहित सिन्हा और विकास कुमार ने बहस की। अखिलेश श्रीवास्तव ने रिमांड पर दिए जाने का विरोध किया। अदालत को बताया कि पीटर से पूछताछ हो चुकी है। उन्हें अब रिमांड देने की आवश्यकता नहीं है। अदालत ने एनआइए व बचाव की दलील सुनने के बाद दो दिनों की रिमांड के लिए अनुमति दे दी। दो दिन की पूछताछ के बाद तीनों को सोमवार को अदालत में फिर पेश किया जाएगा।
पीटर के बेहोश होकर गिरते ही मची अफरातफरी
पूर्व मंत्री राजा पीटर के बेहोश होकर गिरने के बाद कोर्ट परिसर में अफरातफरी मच गई थी। कोई पानी खोजने लगा तो कोई पंखा। विशेष रूप से एनआइए की टीम परेशान रही। पदाधिकारियों ने उनकी शर्ट की बटन व बेल्ट खोलकर कपड़ा ढीला किया। वहीं सिर पर पानी डाला गया। सिर व शरीर का मसाज किया गया। बेहोशी की हालत में पीटर करीब आधे घंटे तक कोर्ट रूम के बेंच पर सोये रहे।
होश आने पर उन्होंने कोर्ट को कुछ बताने का आग्रह किया। बताया कि उन्हें 13-14 सितंबर से ही परेशान किया जा रहा है। नवरात्र पर थे, उस समय भी नहीं बख्शा। पूछताछ में हमेशा सहयोग करने के बावजूद परेशानी में डाला। आठ अक्टूबर की सुबह उठाया। वे रात में सो नहीं पाए हैं। नींद भी नहीं आ रही। इसलिए बेहोशी की स्थिति आई।
पीटर को मार डालेगी एनआइए:
आरती पीटर की पत्नी आरती कुमारी ने एनआइए पर पीटर को जीवित नहीं रहने देने की कोशिश का आरोप लगाया। कहा कि उन्हें एनआइए मार डालेगी। कोर्ट में पेशी के लिए उतारा गया तो वे चल नहीं पा रहे थे। वे अपराधी नहीं हैं। जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा व्यवहार व प्रताडि़त किया जाना ठीक नहीं है। कोर्ट परिसर में ऊंची आवाज में आरती ने अदालत से राहत दिलाने की भी मांग की।
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