स्कूली बच्चों ने लालकिला और कुतुबमीनार का किया दीदार
शैक्षणिक भ्रमण पर गए झारखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चों ने लालकिला व कुतुबमीनार का दीदार किया।
रांची, जेएनएन। झारखंड के सरकारी स्कूलों के बच्चे शैक्षणिक भ्रमण पर दिल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने लालकिला व कुतुबमीनार का भ्रमण किया। वीरवार को बच्चे आगरा में ताजमहल भी देखेंगे। स्कूली बच्चे पहली बार राज्य से बाहर गए हैं। 950 बच्चे और 50 शिक्षक स्पेशल ट्रेन से गए हैं। 22 सितंबर को रांची वापस लौटेंगे।
झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे पहली बार बुधवार को शैक्षणिक भ्रमण पर दूसरे राज्य के लिए रवाना हुए थे। इस साल पहली बार शुरू हो रही मुख्यमंत्री शैक्षणिक भ्रमण योजना के तहत पहले चरण में राज्य भर के 950 बच्चे दिल्ली तथा आगरा के लिए रवाना हुए।
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सोमवार को हटिया स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर विशेष ट्रेन को रवाना किया। बच्चों के साथ उनकी देखभाल के लिए 50 शिक्षक भी गए हैं। ये बच्चे 22 सितंबर को रांची वापस लौटेंगे। इस क्रम में ये दिल्ली में कुतुबमीनार, लाल किला, विज्ञान केंद्र तथा आगरा में ताज महल का अवलोकन करेंगे। बच्चों के स्वास्थ्य देखभाल के लिए साथ में चिकित्सकों की भी टीम गई है।
बच्चों का बढ़ेगा आत्मविश्वास : मुख्यमंत्री
इस अवसर पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अभी तक प्राइवेट स्कूल ही अपने बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण पर बाहर ले जाते थे, वह भी बच्चों से शुल्क लेकर। राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले गरीब व प्रतिभावान बच्चों को भी शैक्षणिक भ्रमण पर बाहर ले जाने का निर्णय लिया। इससे न केवल उनकी सोच बदलेगी बल्कि उनका शैक्षणिक व बौद्धिक विकास होगा। उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। नए ज्ञान, विज्ञान और तकनीक से भी अवगत होंगे।
चार चरणों में जाएंगे 3,800 बच्चे
मुख्यमंत्री ने कहा कि चार चरणों में कुल 3,800 बच्चे शैक्षणिक भ्रमण पर जाएंगे। प्रत्येक चरण में एक करोड़ रुपये खर्च होंगे। सारी व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से की गई है।
आइआरसीटीसी से करार
बच्चों को चार चरणों में शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाने के लिए इंडियन रेलवे कैट¨रग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) के साथ करार हुआ है। अगले तीन चरणों में बच्चों की टीम न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग, बेंगलूरू तथा मुंबई व महाबलेश्वर जाएगी। शैक्षणिक भ्रमण के लिए वैसे बच्चों का चयन किया गया है जिनकी स्कूलों में शत-प्रतिशत उपस्थिति रही है तथा जिनका खेलकूद व शैक्षणिक गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन रहा है।
काफी उत्साहित थे बच्चे
पहली बार शैक्षणिक भ्रमण पर राज्य से बाहर जाने पर बच्चे व बच्चियां काफी उत्साहित थे। बच्चों का कहना था कि लाल किला, कुतुबमीनार और ताजमहल की तस्वीरें अभी तक किताबों में ही देखते थे। अब वे प्रत्यक्ष रूप से उसे देख सकेंगे। विशेष ट्रेन को बैलून, फूलों व केले के पत्तों से सजाया गया है। बच्चों के मनोरंजन के लिए लूडो, कैरम, शतरंज आदि की भी व्यवस्था बोगियों में की गई है।
ये भी थे उपस्थित
शिक्षा सचिव आराधना पटनायक, राज्य परियोजना निदेशक ए मुथु कुमार, रांची रेल मंडल के डीआरएम वीके गुप्ता, सीनियर डीसीएम नीरज कुमार आदि।
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