किसानों के आश्रितों को मिले दस-दस लाख मुआवजा : बाबूलाल
रांची : राज्य में किसानों की आत्महत्या व दलितों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ने का आरोप लगाते हुए झा
रांची : राज्य में किसानों की आत्महत्या व दलितों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ने का आरोप लगाते हुए झारखंड विकास मोर्चा ने गुरुवार को राजभवन मार्च निकाला। पूर्व मुख्यमंत्री सह पार्टी सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में मोरहाबादी मैदान में जमा होकर पार्टी नेता व कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में राजभवन पहुंचे। वहां यह जुलूस सभा में तब्दील हो गई। मरांडी के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने शाम पांच बजे राजभवन में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन सौंपकर आत्महत्या करनेवाले किसानों के आश्रितों के दस-दस लाख मुआवजा देने सहित कई मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
सभा को संबोधित करते हुए बाबूलाल ने कहा कि राज्य में किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। इसे लेकर सरकार बेखबर है। पीड़ितों को मुआवजा तक नहीं मिल रहा है। राज्य में इस सरकार से कोई भी खुश नहीं है। यह सरकार किसानों से जबरन जमीन छीन रही है। विरोध करने पर लाठी चार्ज हो रहा है। उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। विधायक प्रदीप यादव व पूर्व मंत्री योगेंद्र साव इसके उदाहरण हैं। साम्प्रदायिक माहौल बिगड़ने में भी सरकार की ही भूमिका है। गौरक्षा के नाम पर निर्दोष लोगों की हत्या हो रही है। पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने कहा कि यह सरकार ऐसी नीति बना ही है, जिससे झारखंड के लोग नौकरी से वंचित हो जाएंगे। सभा को सबा अहमद, खालिद जलील, रामचंद्र केशरी, आश्रिता कुजूर, तौहीद आलम, संतोष कुमार आदि ने भी संबोधित किया।
अनुराग गुप्ता के विरुद्ध हो कार्रवाई
झाविमो ने राज्यपाल को सौंपे अपने ज्ञापन में राज्यसभा चुनाव में हार्स ट्रेडिंग मामले में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देश के तहत कार्रवाई की मांग की। पार्टी ने आइपीएस अनुराग गुप्ता व मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अजय कुमार को सेवामुक्त करने की मांग की।
राज्यपाल से की ये भी मांगें
- विधायक प्रदीप यादव पर दायर मुकदमा वापस हो।
- किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा न हो।
- गिरिडीह के मोतीलाल बास्के सहित पुलिस हिरासत में मारे गए अन्य मृतकों के आश्रितों को मुआवजा एवं नौकरी मिले।
- गौ-रक्षा के नाम पर मारे गए लोगों के आश्रितों को मुआवजा मिले।