सुहानी शाम के साए में बिखरे प्रकृति के रंग
रांची : करमटोली चौक स्थित धुमकुडि़या सरना स्थल मैदान। शनिवार की शाम को बदला-बदला-सा था। मैदान की दो
रांची : करमटोली चौक स्थित धुमकुडि़या सरना स्थल मैदान। शनिवार की शाम को बदला-बदला-सा था। मैदान की दो ओरों से सरपट दौड़ते वाहनों की भीड़, तो दूसरी ओर तलाब के पानी में कलकल उठतीं तरंगें। दृश्य देखने लायक था। सुहानी के शाम के साए में बिखर रहे थे प्रकृति के रंग। तालाब की साफ-सफाई, तो पर्यावरण दोस्तों ने पूर्व में ही किया था। आसपास भी सफाई कम नहीं। आसपास लगे ठेले खोमचे वालों की दुकानों पर भी आम दिनों की अपेक्षा भीड़ थी। पर्यावरण बचाने, जल संरक्षण व पृथ्वी की रक्षा का संदेश लिए साउंड बॉक्स भी बज रहे थे। मैदान में लगे मंच को देखकर राजगीरों के कदम भी रुक रहे थे। अवसर था दैनिक जागरण की ओर से आयोजित पेंटिंग प्रदर्शनी का। सहयोग सचदेवा इंस्टीच्यूट की ओर से भी किया गया। पर्यावरण दोस्त ने अहम भूमिका निभाई।
राहगीरों ने जानना चाहा आखिर क्या हो रहा यहां। समझ सभी रहे थे, पर भागमभाग के जिदंगी के बावजूद बुद्धिजीवियों के कदम रुके। आयोजनों के बारे में जाना तो पृथ्वी बचाने को लेकर पर्यावरण व जल संरक्षण का संकल्प भी लिया। कार्यक्रम में पर्यावरण दोस्त के अध्यक्ष युवराज पासवान, सचिव जसवंत व उनकी टीम के साथ एसएस मेमोरियल कॉलेज के छात्र नेता आशुतोष द्विवेदी सहित अन्य लोग मौजूद थे।
पर्यावरण बचाने के पूर्व नष्ट नहीं करने का लें संकल्प : अशोक भगत
पृथ्वी बचाने, पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए अभियान चलाना बड़ी बात है। अभियान जन-जन तक बढ़े। अभियान के माध्यम से वर्तमान पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इससे पृथ्वी बचाने के प्रति लोग जागेंगे। लोगों को समझना होगा कि वे गंदगी नहीं करें। पर्यावरण बचाने के पूर्व ज्यादा जरूरी है उसे नष्ट नहीं करने का संकल्प लेना। पर्यावरण बचेगा तो सभी बचेंगे। पृथ्वी माता हैं, इससे हम सभी की जीवन यापन होती है। यह बातें विकास भारती के सचिव अशोक भगत ने कही। वह शनिवार को दैनिक जागरण की ओर से करमटोली चौक स्थित धुमकुड़िया सरना मैदान में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
अशोक भगत ने कहा कि गांव हम सभी का कार्यक्षेत्र है। बुद्धिजीवी शहर में रहते हैं, लेकिन पर्यावरण बचाने को लेकर क्यों चुप हैं। दैनिक जागरण ने आम जनता का विषय बनाने की कोशिश की है। यह सराहनीय कदम है। अभियान के माध्यम से लोगों के दिलों को कुरेदने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि पृथ्वी है तो हम हैं। मकान बनाने के लिए तालाबों व नदियों को पाटना मनुष्य की नियति बन गई है। गलती करने के बाद पछता रहे हैं। अभियान के माध्यम से पश्चाताप करें और गलतियों को एहसास कर पर्यावरण संरक्षण का कार्य करें।
महाविनाश की ओर बढ़ रहे हम, प्रकृति दे रही मिस कॉल : नीतीश प्रियदर्शी
पर्यावरणविद नीतीश प्रियदर्शी ने कहा कि हमलोग छठे महाविनाश की ओर बढ़ रहे हैं। प्रकृति मिस कॉल दे रही है। समय रहते सचेत होने की चेतावनी है। रांची ग्रीष्मकालीन राजधानी थी। लोग यहां आते थे, अब ऐसी स्थिति नहीं रही। उन्होंने कहा कि लोगों में जागरुकता की कमी है। पड़ोसी से सफाई की अपेक्षा करते हैं और खुद गंदगी फैलाने का कार्य करते हैं। शरीर में वैक्टीरिया, वायरस आता है तो बुखार होता है। मनुष्य की मौत तक हो जाती है। वर्तमान समय में मनुष्य पृथ्वी को गर्म कर रहा है। इसका नतीजा हमलोग भुगत रहे हैं। बादल आ रहे हैं, पर चले जा रहे हैं। कंक्रीट के जंगल आते बादल को बाहर ठेल रहे हैं। इससे पर्यावरण गर्म हो रहा है। अकाल जैसे नोबत आ रही है। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है। जल को किसी प्रयोगशाला में नहीं बना सकते। पेड़-पौधों से हमें ऑक्सीजन मिलता है और हम उसे काट रहे हैं। जबकि वह पेड़-पौधे जहरीला गैस ग्रहण कर हमें शुद्ध ऑक्सीजन देते हैं।
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होने लगा है जल संकट, ड्राई जोन बन रहा रहा शहर
मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि शहर में जल संकट होने लगा है। कुआं-बो¨रग सूख रहे हैं। शहर ड्राई जोन की ओर बढ़ रहा है। पानी के लिए लड़ाई होने लगी है। इसके लिए हम सभी को गंभीर होना होगा। बारिश के पानी का संरक्षण नहीं करते। पानी संरक्षण करना होगा। घरों में वाटर हार्वेस्टिंग करना होगा। छोटे-छोटे प्रयास से प्रकृति को बचाया जा सकता है। घरों में किचेन गार्डेन बनाएं, घास लगाएं। पृथ्वी व मानव का संतुलन आवश्यक है। मेयर ने 55 वार्डो में तालाबों की सफाई व जल संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने की बातें कही। उन्होंने कहा कि पृथ्वी के साथ जैसा बर्ताव करेंगे फल वैसा ही मिलेगा। जल, जंगल व जमीन का संरक्षण व्यक्ति ही कर सकता है। उसके साथ खिलवाड़ से प्राकृतिक आपदा से इन्कार नहीं किया जा सकता। प्रकृति पृथ्वी से जुड़ा है।
जल व पर्यावरण संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी : युवराज
पर्यावरण दोस्त के अध्यक्ष युवराज पासवान ने कहा कि पर्यावरण व जल संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है। उनकी संस्था की टीम ने इसका संकल्प लिया है। तालाबों की सफाई से लेकर अन्य कार्य किए जा रहे हैं।
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पृथ्वी की रक्षा, जल व पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प
कार्यक्रम में मौजूद अतिथि सहित अन्य लोगों ने पृथ्वी की रक्षा का संकल्प लिया। लोगों ने पृथ्वी की रक्षा करने, ऐसा कोई कार्य नहीं करने जिससे पृथ्वी प्रदूषित हो या पृथ्वी को किसी तरह से क्षति पहुंचे, उसके साथ ही अपने परिवार वाले एवं समाज के लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करने, पृथ्वी को स्वच्छ, सुंदर व हरा-भरा बनाए रखने के लिए हर संभव योगदान करने, प्राकृतिक संसाधन को संतुलित व न्यूनतम उपयोग पर जोर देने, सौर ऊर्जा का अधिकाधिक उपयोग, वर्षा जल संचयन व संरक्षण के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भरपूर प्रयास करने का संकल्प लिया।
पेंटिंग प्रतियोगिता व प्रदर्शनी के विजेता पुरस्कृत
इंटर कॉलेज पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को दैनिक जागरण की ओर से उपहार देकर पुरस्कृत किया गया। इनमें गौरव शर्मा को प्रथम, मृणाल शेखर को द्वितीय, कुंदन कुमार साव को तृतीय व शिल्पी कुमारी को चतुर्थ पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार पाकर विजेताओं में खुशी थी। उन्होंने इस प्रयास की सराहना की।