असरदार रहा झारखंड बंद
सीएनटी/एसपीटी एक्ट में संशोधन प्रस्ताव, स्थानीय नीति और विभिन्न गोलीकांडों के विरोध में आहूत झारखंड बंद असरदार रहा। सोमवार को सड़कों पर परिचालन कम दिखा, प्रमुख इलाकों में दुकानें भी बंद रहीं।
जान्यूने, रांची। सीएनटी/एसपीटी एक्ट में संशोधन प्रस्ताव, स्थानीय नीति और विभिन्न गोलीकांडों के विरोध में आहूत झारखंड बंद असरदार रहा। सोमवार को सड़कों पर परिचालन कम दिखा, प्रमुख इलाकों में दुकानें भी बंद रहीं। स्कूल तो बंद थे ही, बैंकों और सरकारी कार्यालयों में भी भीड़ कम थी। छिटपुट तोडफ़ोड़ की घटनाओं के बीच पूरे प्रदेश में 4989 बंद समर्थकों की गिरफ्तारी हुई, जिन्हें शाम में रिहा कर दिया गया। सबसे ज्यादा गिरफ्तारी जमशेदपुर (1079) में तो सबसे कम गिरफ्तारी लोहरदगा (9) में हुई।
बंद का आह्वान झारखंड विकास मोर्चा, कांग्रेस, वाम दलों समेत कई संगठनों ने किया था। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इसे समर्थन दे रखा था।
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार रांची से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व कंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की, हजारीबाग से पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता, जमशेदपुर से पूर्व विधायक बन्ना गुप्ता, धनबाद से निरसा विधायक अरुप चटर्जी, चतरा से पूर्व विधायक जनार्दन पासवान, गोड्डा से पूर्व विधायक राजेश रंजन, हजारीबाग से बरही विधायक मनोज यादव, जामताड़ा से विधायक इरफान अंसारी व गुमला से पूर्व विधायक गीता श्री उरांव की गिरफ्तारी प्रमुख रहीं।
रांची में छिटपुट हिंसा
रांची में करीबन 50 फीसद दुकानें बंद रहीं। सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के रिलायंस फ्रेश, लोअर बाजार थाना क्षेत्र के डंगरा टोली मोड़ के समीप सूमो व डोरंडा थाना क्षेत्र में हिनू चौक के पास इंडिका कार में तोडफ़ोड़ की गई। निजी स्कूल बंद रहे। रेल परिचालन सामान्य रहा। निरोधात्मक कार्रवाई के तहत पुलिस ने 472 बंद समर्थकोंं को गिरफ्तार किया गया। सबसे ज्यादा बंद का असर कोल्हान में दिखा। जमशेदपुर, चाईबासा में 80 फीसद दुकानें बंद रहीं। खूंटी में भी ज्यादातर इलाकों में सन्नाटा छाया रहा। पलामू में झाविमो कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर परिचालन बंद कराया। हजारीबाग, गिरिडीह में भी बंद असरदार दिखा। धनबाद में आधी से अधिक दुकानें बंद के दौरान नहीं खुलीं। यहां विभिन्न दलों के 560 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। संताल में के दौरान स्थिति सामान्य रही।
500 करोड़ का कारोबार प्रभावित
जागरण संवाददाता, रांची। झारखंड बंद का असर राजधानी के व्यापार पर पड़ा। रांची में करीब 150 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। जबकि पूरे प्रदेश में यह आंकड़ा करीब 500 करोड़ रुपये का रहा। शहर के मुख्य इलाके में ज्यादातर दुकानें दोपहर तक बंद रहीं। मेन रोड में चर्च कांपलेक्स से लेकर अल्बर्ट एक्का चौक तक बाजार में दिन भर सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि शाम में दुकानें खुलीं और दिवाली-धरतेरस के कारण थोड़ी रौनक दिखी। बंदी का असर बैंकों के कामकाज पर नहीं पड़ा लेकिन व्यावसायिक लेन-देन का असर पड़ा।