वार्ता में नहीं बनी बात, जारी रहेगी हड़ताल
रांची : छठे वेतनमान के अनुरूप मानदेय निर्धारण तथा ग्रुप व चिकित्सा बीमा की मांग लेकर 14 सितंबर से हड़
रांची : छठे वेतनमान के अनुरूप मानदेय निर्धारण तथा ग्रुप व चिकित्सा बीमा की मांग लेकर 14 सितंबर से हड़ताल पर डटे हुए झारखंड शिक्षा परियोजनाकर्मियों की सोमवार को राज्य परियोजना निदेशक मुकेश कुमार के साथ सोमवार को दूसरी बार वार्ता विफल हो गई। इस कारण कर्मियों ने हड़ताल पर बने रहने का निर्णय लिया। श्यामली स्थित राज्य परियोजना कार्यालय के सामने उनका धरना कार्यक्रम भी जारी है।
निदेशक ने धरने पर बैठे झारखंड शिक्षा परियोजना कर्मी संघ के प्रतिनिधिमंडल को वार्ता के लिए बुलाया था। उन्होंने मांगें लागू करने के लिए नई समय सीमा का निर्धारण करने तथा हड़ताल से वापस लौटने का अनुरोध प्रतिनिधिमंडल से किया। इस पर प्रतिनिधिमंडल बार-बार वार्ता में समझौता पत्र थमाने तथा बाद में मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं होने की बात कहते हुए मांगों पर कार्रवाई होने के बाद ही हड़ताल से वापस आने पर अड़ा रहा। कहा गया कि इसी साल जनवरी में शिक्षा सचिव आराधना पटनायक ने वार्ता के क्रम में मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ। इससे पहले भी निदेशक के साथ हुई वार्ता विफल हो गई थी।
इधर, पारा शिक्षकों तथा प्रखंड व संकुल साधन सेवियों (बीआरपी, सीआरपी) ने सोमवार को निर्धारित कार्यक्रम के तहत हरमू रोड स्थित भाजपा कार्यालय का घेराव किया। विक्रांत ज्योति तथा संजय दूबे के नेतृत्व में पारा शिक्षक व बीआरपी-सीआरपी हरमू मैदान में जमा होकर भाजपा कार्यालय पहुंचे। लगभग एक घंटे के बाद पार्टी कार्यालय के प्रभारी गामा सिंह द्वारा दो-तीन दिनों में प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा से वार्ता कराने के लिखित आश्वासन के बाद ये वापस लौटे।
उल्लेखनीय है कि स्थायीकरण, सेवा शर्त नियमावली तथा शिक्षक नियुक्ति में टेट से छूट आदि मांगों को लेकर 17 सितंबर से हड़ताल पर हैं। परियोजना कर्मियों, पारा शिक्षकों व बीआरपी-सीआरपी की हड़ताल से जहां सर्व शिक्षा अभियान का कार्य ठप है, जबकि लगभग पंद्रह हजार स्कूलों में बच्चों का पठन-पाठन पूरी तरह बाधित है।