रिम्स में बढ़े डेंगू व मलेरिया के मरीज
रांची : रिम्स का आइसोलेशन वार्ड डेंगू व मलेरिया के मरीजों से पटा हुआ है। सभी बेड भर गए हैं। वार्ड मे
रांची : रिम्स का आइसोलेशन वार्ड डेंगू व मलेरिया के मरीजों से पटा हुआ है। सभी बेड भर गए हैं। वार्ड में अभी भी डेंगू पीड़ित 11 और मलेरिया के 20 मरीज भर्ती हैं। आइसोलेशन वार्ड के अलावा मेडिसिन और शिशु वार्ड में भी दो दर्जन से भी ज्यादा मरीज भर्ती हैं। चालू वर्ष में डेंगू के 98 और मलेरिया के 120 मरीज आ चुके हैं। वहीं यहां पर डेंगू से पीड़ित वर्ष 2015 में 224, वर्ष 2014 में 50 और वर्ष 2013 में 100 मरीजों को भर्ती किए गए थे। यहां डेंगू के मेडिसिन व शिशु ओपीडी में प्रतिदिन 30 से 40 मरीज आते हैं। इन मरीजों में जो गंभीर होते हैं सिर्फ उन्हें ही इलाज के लिए भर्ती किया जाता है।
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वार्ड में दवाई व मच्छरदानी की है पूरी व्यवस्था
रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में डेंगू व मलेरिया के मरीजों के लिए दवा व मच्छरदानी की पूरी व्यवस्था है। यहां पर मरीजों सेंपल लेकर बेड पर ही मरीजों को जांच रिपोर्ट उपलब्ध करा दिया जाता है। इस वार्ड राज्य ही नहीं पड़ोसी राज्यों के भी अच्छी संख्या में मरीज इलज के लिए आते हैं।
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डेंगू के लक्षण :
अचानक तेज बुखार आना, सिर में तेज दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द, नाक बहना व उल्टी होना, छाती व हाथों में खसरा जैसे चकत्ते दाने निकलना, मसूड़ों तथा अन्त: स्रावी ग्रन्थियों से खून बहना, भूख न लगना आदि।
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बचाव :
घर के आसपास सफाई रखें, मच्छरों से बचें, सभी पुराने टायरों, बर्तनों तथा व्यवहार में नहीं आने वाली वस्तुओं को हटा दें ताकि इनमें बरसात का पानी जमा न हो। पूरे शरीर को ढक कर रखें, मच्छरदानी का प्रयोग करें, बुखार होने पर खूब पानी पियें और आराम करें।
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प्लेटलेट्स की कमी नहीं है। इसके अलावा डेंगू वार्ड में दवा व मच्छरदानी की पूरी व्यवस्था है।
डॉ. बीएल शेरवाल
निदेशक, रिम्स
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