झारखंड से बांग्लादेश को बिजली भेजने का रास्ता साफ
प्रदीप सिंह, रांची : पावर हब बनने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहे झारखंड की बिजली से पड़ोसी मुल्क बा
प्रदीप सिंह, रांची : पावर हब बनने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहे झारखंड की बिजली से पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश रोशन होगा। गोड्डा में अडाणी पावर के प्रस्तावित 1600 मेगावाट के पावर प्लांट से बांग्लादेश को सीधे बिजली आपूर्ति का रास्ता साफ हो गया है। पूर्व में इस दिशा में पर्यावरण क्लियरेंस का तकनीकी पेंच था। जिसे केंद्र सरकार ने मंजूर करते हुए इस योजना के टर्म ऑफ रेफरेंस (टीओआइ) पर सहमति दे दी है। टर्म ऑफ रेफरेंस संबंधित योजना से पर्यावरण पर पड़ने वाले असर का अध्ययन कर ग्रीन क्लियरेंस देने की पद्धति है। प्रतिष्ठित अडाणी समूह ने छह वर्ष पहले 2010 में बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड (बीपीडीबी) के साथ बिजली आपूर्ति को लेकर करार किया था। इसके लिए प्रस्तावित स्थल गोड्डा से बांग्लादेश तक ट्रांसमिशन लाइन का भी निर्माण होगा। इस परियोजना को पानी की आपूर्ति चीर नदी से होगी।
फिलहाल गोड्डा में अडाणी पावर प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम चल रहा है। पावर प्लांट के लिए जमीन की कुल जरूरत लगभग 850 एकड़ है। इसके अलावा जलाशय के लिए लगभग 500 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी। प्लांट के लिए आवश्यक जमीन का अधिकांश भाग निजी क्षेत्र का होगा। सरकारी जमीन की इसमें कम से कम भागीदारी होगी।
जल्द होगा सेकेंड स्टेज एग्रीमेंट
राज्य सरकार ने अडाणी पावर प्रोजेक्ट के लिए इस वर्ष फरवरी माह में एमओयू किया था। प्लांट को लेकर राजनीतिक विवाद भी पैदा हुए। जिसे राज्य सरकार ने तत्काल निपटाने में कामयाबी पाई। जिच परियोजना के लिए जमीन की दर को लेकर था। ऊर्जा विभाग जल्द ही अडाणी पावर प्रोजेक्ट के साथ दूसरे चरण का समझौता करेगा।