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जून ने छकाया अब जुलाई पर टिकी आस

दो जुलाई से हो सकती है झारखंड के विभिन्न इलाकों में अच्छी बारिश जासं, रांची : जून के महीने ने जहा

By Edited By: Published: Fri, 01 Jul 2016 01:00 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2016 01:00 AM (IST)
जून ने छकाया अब जुलाई पर टिकी आस

दो जुलाई से हो सकती है झारखंड के विभिन्न इलाकों में अच्छी बारिश

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जासं, रांची : जून के महीने ने जहां बारिश का इंतजार कर रहे झारखंडवासियों के बीच लुकाछिपी का खेल खेला वहीं अब लोग जुलाई के महीने से आस लगाए हैं। मौसम विभाग की मानें तो दो जुलाई से झारखंड के विभिन्न इलाकों में अच्छी बारिश हो सकती है।

झारखंड में एक तो मॉनसून देर से आया वहीं आने के लगभग एक पखवारे बाद भी बंगाल की खाड़ी में बारिश के लिए आवश्यक वायु दवाब की स्थिति नहीं बन पाई। मौसम विभाग, झारखंड के मौसम वैज्ञानिक राधेश्याम शर्मा बताते हैं कि फिलहाल बंगाल की खाड़ी में ट्रफ लाइन (कम वायु दबाव की रेखा) बना है, लेकिन वह झारखंड के दक्षिणी राज्यों उड़ीसा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश आदि स्थानों पर सक्रिय है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार यह परिस्थिति 2 जुलाई से झारखंड में भी बनेगी और यहां सक्रिय मॉनसून नजर आएगा।

उधर किसान बारिश के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाकर देख रहे हैं। जून का पूरा महीना किसानों ने हल्की बारिश, बूंदाबांदी और बादलों की गरज-चमक के बीच गुजारा है। जुलाई ने मेहरबानी की तो मॉनसून की काली घटाएं उनका साथ देंगी।

पिछले दो वर्षो के जून माह के बारिश के आंकड़ों पर गौर करें तो इस बार जून माह में वर्षा सामान्य (208.4 मिलीलीटर) से 39 प्रतिशत कम हुई है। जून 2015 में 144.6 मिलीलीटर बारिश हुई थी, जो सामान्य के मुकाबले 11 फीसद कम थी। वहीं 2014 में 139.7 मिलीलीटर वर्षा हुई थी। इस लिहाज से इस बार जून का महीना निराश करने वाला ही साबित हुए। औसत वर्षा के मुकाबले इस बार आधे से थोड़ी अधिक वर्षा ही हो पाई है। जुलाई में अगर इसकी भरपाई हो जाए, तो स्थिति संभल सकती है। पिछले वर्ष जून में जहां अच्छी बारिश हुई थी वहीं बाद में बारिश का ग्राफ गिर गया था।


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