डायन बिसाही में भरी पंचायत वृद्धा को मार डाला
ठाकुरगांव : अंधविश्वास के नाम पर प्रदेश में हत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। राची से
ठाकुरगांव : अंधविश्वास के नाम पर प्रदेश में हत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। राची से लगभग 25 किमी. दूर ठाकुरगाव थाना क्षेत्र के इटेहे गाव में शनिवार की देर शाम डायन बिसाही के शक में एक महिला की लाठी-डंडे व टांगी से मारकर हत्या कर दी गई। जानकारी के अनुसार तीन दिन पूर्व गाव में एक वृद्ध की मौत हो गई थी। ग्रामीणों ने वृद्ध की मृत्यु के बाद इसकी जिम्मेदार भूखली देवी को मानते हुए शनिवार की शाम को गाव स्थित अखरा में बैठक की। बैठक में भुखली देवी पति स्व. गुड़ा उराव को लाया गया। बैठक में ग्रामीणों ने वृद्ध की मौत का जिम्मेदार भुखली देवी को बताते हुए उसके ऊपर लाठी-डंडे व टागी से हमला कर दिया। पंचायत में ही उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद ग्रामीणों ने भुखली देवी के शव को उसी के घर में ले जाकर बाहर से बंद कर दिया। रविवार की सुबह मामले की जानकारी पुलिस को मिली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। घटना के समय मृतका की पोती नीतू कुमारी भी मौजूद थी। घटना के बाद से परिजन काफी डरे सहमे हैं। ग्रामीणों की एकजुटता को देखते हुए भुखली देवी के पुत्र गोविंद उराव व अन्य परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार गाव के श्मशान घाट में न कर हरमू स्थित मुक्तिधाम में किया। घटना के बाद गाव के लोग गोलबंद थे। सूचना पर पहुंचे खलारी डीएसपी प्रमोद केसरी व मांडर सर्किल इंस्पेक्टर बंधना बाखला ने भी घटनास्थल पहुंचकर जानकारी ली। थाना प्रभारी राकेश रंजन सिंह ने तत्काल इस घटना के संबंध में कुछ भी बताने से इन्कार किया।
कई बार बैठक में बुलाई गई थी भुखली देवी
पिछले दो वषरें में गाव के लोगों ने 3-4 बार डायन बिसाही के मामले को लेकर भुखली देवी को बैठक में बुलाया था। नाम नहीं छापने की शर्त पर गाव की एक महिला ने बताया कि गाव में पूर्व में भी घटित घटनाओं को लेकर उक्त बैठकें की गई थीं। इन बैठकों में मृतका भुखली देवी को डायन बिसाही से बाज आने की हिदायत दी गई थी।