नीतीश ने प्रतिभा का किया अपमान, झारखंड करेगा स्वागत : रघुवर
रांची : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रांची आगमन की पूर्व संध्या पर रविवार को झारखंड के मुख्यम
रांची : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रांची आगमन की पूर्व संध्या पर रविवार को झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एक चुनौती पेश की है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कई आइएएस-आइपीएस देने वाले बिहार की बौद्धिक क्षमता का नीतीश कुमार ने अपमान किया है। उनके राज में बिहार की शैक्षणिक व्यवस्था बर्बाद हो गई है। पैसे लेकर टॉपर तय किये जा रहे हैं। शिक्षा माफिया को सरकार संरक्षण दे रही है। इस वजह से प्रतिभाशाली बिहारी नौजवान ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बिहार की शैक्षणिक व्यवस्था से निकल कर करियर बनाने की इच्छा रखने वालों को झारखंड में उच्च शिक्षा ग्रहण करने लिए आमंत्रित है। रघुवर ने दावा किया कि झारखंड सरकार उच्च शिक्षा मजबूत बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थान खोलने की स्वीकृति दी है। धनबाद का आइएसएम अब आइआइटी बन गया है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी, आइआइएम, लॉ यूनिवर्सिटी, रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय, बीआइटी सिंदरी, एक्सएलआरआइ जैसे संस्थानों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा दी जा रही है। नेतरहाट विद्यालय, सैनिक स्कूल जैसे राष्ट्रीय स्तर के स्कूल यहां हैं। कोचिंग की भी अच्छी व्यवस्था है। निजी क्षेत्र में कई उच्च शिक्षण संस्थान यहां स्थापित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की बदनाम शैक्षणिक व्यवस्था से निकल कर युवा यहां पढ़ाई कर सकते हैं।
शराब पर नसीहत की जरूरत नहीं
रघुवर ने कहा कि दस साल तक बिहार की गली-गली में शराब की दुकानें खोलने वाले लोग झारखंड में शराबबंदी के लिए सभाएं कर रहे हैं। उनकी बुनियाद अपने राज्य में कमजोर हो रही है और यहां नसीहत दे रहे हैं। ऐसे लोगों को झारखंड की जनता जानती है। इसलिए गोड्डा उपचुनाव में हरा चुकी है। नीतीश कुमार सौ बार झारखंड आएं, इससे उन्हें कोई परेशानी नहीं है। झारखंड देश का पावर है, लोगों का यहां आना जाना लगा रहेगा।
जनता को मूर्ख समझ रहे हैं कुछ नेता
झारखंड की जमीन के पटना में 16 वर्षो से पड़े हुए कैडस्टल नक्शे सौंपने की नीतीश कुमार को रजामंद करने संबंधी झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के पूर्व के बयान पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि बिहार सरकार ने उनको ही क्यों नहीं नक्शा सौंपा? उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार की लगातार कोशिशों की वजह से नक्शे मिलने की रजामंदी मिली। उन्होंने बिना किसी का नाम लिये कहा कि कुछ नेता ओछी और क्षुद्र राजनीति कर रहे हैं। ऐसे लोग जनता को मूर्ख समझते हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता कि जनता सब समझती है।