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कागज पर विशेष, विभाग में नहीं

रांची : कई मौकों पर राज्य की खुफिया एजेंसी विशेष शाखा ने गंभीर मामलों में जिलों से लेकर पुलिस मुख्या

By Edited By: Published: Mon, 27 Jun 2016 01:05 AM (IST)Updated: Mon, 27 Jun 2016 01:05 AM (IST)
कागज पर विशेष, विभाग में नहीं

रांची : कई मौकों पर राज्य की खुफिया एजेंसी विशेष शाखा ने गंभीर मामलों में जिलों से लेकर पुलिस मुख्यालय और राज्य सरकार को रिपोर्ट दी। मुख्यालय ने जिलों को रिपोर्ट पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया, लेकिन कुछ हुआ नहीं। विशेष शाखा के प्रति यह उदासीनता सवाल खड़े करती है। इस संदर्भ में पूछने पर सक्षम पदाधिकारी भी मुंह नहीं खोल रहे।

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केस :एक

रांची दंगा रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं

2015 में रांची के डोरंडा में हुए दंगा मामले में विशेष शाखा ने विस्तृत रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय और राज्य सरकार को भेजी थी। हकीकत सामने आने पर रांची पुलिस की भद पिटी थी। बावजूद इसके जिन पुलिस अधिकारियों और दंगे में शामिल लोगों का जिक्र किया गया था, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

केस :: दो

हजारीबाग विस्फोटक मामले में चुप्पी

विशेष शाखा ने कोलकाता से एक बस के जरिये हजारीबाग में विस्फोटक मंगाने के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट दी थी। इस पर पुलिस मुख्यालय ने हजारीबाग के एसपी को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। लेकिन अब तक किसी तरह की कार्रवाई की बात सामने नहीं आई।

केस : तीन

कुख्यात चुन्नू मामले में धनबाद पुलिस सुस्त

धनबाद के बैंक मोड़ थाने में कुख्यात चुन्नू सिंह के खिलाफ कांड संख्या 966/13 दर्ज हुआ था। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने उसे फरार दिखाते हुए कांड का निष्पादन कर दिया जबकि विशेष शाखा ने रिपोर्ट के जरिये बताया कि चुन्नू सिंह धनबाद आते-जाते रहता है। इसके सहयोगी अपराधी धर्मेद्र यादव और छोटी लाल आदि धनबाद में सक्रिय हैं। चुन्नू की बात धनबाद के गैंगस्टर फहीम खान के भतीजे चिकू खान से भी होती है।

केस : चार

रेलवे की जमीन से नहीं हटा कब्जा

पुलिस मुख्यालय को दी गई रिपोर्ट में विशेष शाखा ने जानकारी दिया था कि धनबाद के ही भूली थाना और बैंक मोड़ थाना के बीचों-बीच आरा मोड़ पर रेलवे की जमीन है। इस जमीन पर अवैध तरीके से गैंगस्टर फहीम खान का दाहिना हाथ माने जाने वाला शहीद खां का सिल्वर डब नामक स्कूल है। यह स्कूल 10-12 वर्षो से चल रहा है। रेलवे लाइन के किनारे अनधिकृत दुकानें बनाई गई हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।


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