Move to Jagran APP

रख-रखाव के अभाव में जर्जर होने लगे पंचायत भंवन

खलारी: प्रखंड के पंचायत सचिवालयों के बने अभी ज्यादा दिन हुए भी नहीं कि पंचायत सचिालय जर्जर दिखाई देन

By Edited By: Published: Fri, 29 Apr 2016 06:06 PM (IST)Updated: Fri, 29 Apr 2016 06:06 PM (IST)
रख-रखाव के अभाव में जर्जर होने लगे पंचायत भंवन

खलारी: प्रखंड के पंचायत सचिवालयों के बने अभी ज्यादा दिन हुए भी नहीं कि पंचायत सचिालय जर्जर दिखाई देने लगे हैं। कारण है इन पंचायत सचिवालयों का रख-रखाव नहीं होना। यह हाल उन पंचायत सचिवालयों का है जिनका निर्माण पहले हुआ था। इनमें बुकबुका, तुमाग, हुटाप, विश्रामपुर की स्थिति ज्यादा खराब हैं। अन्य पंचायत भवनों की स्थिति भी अच्छी नहीं कही जाएगी। जिन पंचायत भवनों का निर्माण हाल में हुआस उनमें कईयों के तो ताले भी नहीं खुलते। चूरी पश्चिमी पंचायत के पंचायत भवन में शौचालय निर्माण का काम अधूरा छोड़ दिया गया, जिसके कारण नर्स की ट्रेनिंग कर रहीं छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकतर पंचायत सचिवालय ऐसे हैं, जिनमें शौचालय तो बना, लेकिन पानी के अभाव में उपयोगी नहीं हैं। किसी पंचायत भवन में खिड़की का शीशा टूटा है, तो कहीं नल टूटा हुआ है।

loksabha election banner

---

सामानों की खरीदारी, लेकिन रख-रखाव नहीं

पिछले टर्म के मुखियाओं ने पंचायत सचिवालय का रख-रखाव किया हो या नहीं, उपस्करों की खरीदारी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई। साउंड प्रुफजेनेरेटर खरीदे गए। लेकिन, कुछ को छोड़ अधिकतर खराब पड़े हैं। पंचायत सचिवालय के लिए खरीदे गए कम्प्यूटर जनप्रतिनिधियों के घरों की शोभा बढ़ाते रहे। अब एक बार फिर से नए जनप्रतिनिधि पंचायत की जिम्मेवारी संभाल लिए हैं। पिछले पंचायत प्रतिनिधियों के कार्यकाल में खरीदे गए उपस्करों का हिसाब लिए बगैर फिर से नए उपस्करों की खरीदारी शुरू कर दी गई है। पंचायत सचिवालयों को दुरूस्त करना इनकी प्राथमिकता में नहीं है।

------

पहले से ही स्थिति खराब

नए पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि उनके पदभार संभालने के पहले से ही पंचायत सचिवालय की स्थिति खराब है। राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा पंचायत सचिवालयों को हाईटेक करने की बात कह रहीं हैं। वहीं खलारी के पंचायत भवन अपनी उपेक्षा और दुर्दशा पर आसू बहा रहे हैं। जरूरत है प्रखंड स्तर पर एक कमेटी गठित कर प्रखंड के सभी पंचायत सचिवालयों के हालात की समीक्षा कर उसे दुरूस्त करना। उधर भाजपा नेता विकास सिंह ने पंचायत सचिवालयों के लिए उपस्करों की की गई अबतक की खरीदारी की जाच की माग की है। कहा है कि अनावश्यक खरीदारी कर सरकारी पैसे का दुरूपयोग किया जा रहा है।

---


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.