राष्ट्रीय प्रदर्शनी के लिए 18 प्रतिभागियों का चयन
रांची : अनुसंधान व विज्ञान के कारण कुछ देश विकसित हैं और वे उन्नति कर रहे हैं। प्राकृतिक संपदा नहीं
रांची : अनुसंधान व विज्ञान के कारण कुछ देश विकसित हैं और वे उन्नति कर रहे हैं। प्राकृतिक संपदा नहीं है, लेकिन विज्ञान और अनुसंधान के प्रति लोगों में सोच है। किसी व्यक्ति द्वारा प्रयास किए जाने पर उसका फलाफल मिलेगा। सुविधा नहीं होने के बाद भी अपनी सोच से लोहा मनवाया जा सकता है। नई चीजों को करने में समस्याएं व विरोध का सामना करना पड़ता है, लेकिन चिंतन से कुछ नया करने की सोच हमेशा रखनी चाहिए। ये बातें दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त केके खंडेलवाल ने कहीं। वह दो दिनी 43वीं जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी के समापन सह सम्मान समारोह में गुरुवार को बोल रहे थे। इसका आयोजन राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद, नई दिल्ली व माध्यमिक शिक्षा निदेशक झारखंड के निर्देश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी सह राज्य नोडल पदाधिकारी कार्यालय की ओर से किया गया था।
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वैज्ञानिक तरीके से बढ़ने को किया प्रेरित
आयुक्त ने विद्यार्थियों को वैज्ञानिक तरीके से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आर्यभट्ट, ऋग्वेद के श्लोक का भी उदाहरण दिया। प्रकाश की गति के बारे में चर्चा की। जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार प्रसाद सिंह ने सभी का स्वागत किया। धन्यवाद ज्ञापन जिला शिक्षा अधीक्षक जयंत कुमार मिश्र ने किया। उपायुक्त सहित अन्य ने छह उप विषयों सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पाए प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र व मेडल देकर पुरस्कृत किया। प्रदर्शनी में भाग लेनेवाले सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र सौंपा गया।
18 प्रतिभागियों का चयन किया गया। ये प्रतिभागी राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में भाग लेंगे। निर्णायक मंडली के सदस्य डॉ. बीके मिश्रा, डॉ. जेपी सिन्हा, डॉ. मनीष, डॉ. नितीश प्रियदर्शी, डॉ. मनोज, डॉ. एके डेल्टा, डॉ. एसएन पॉल को भी सम्मानित किया गया। प्रदर्शनी को सफल बनाने में सुधीर कुमार, अशोक प्रसाद सिंह, ओम प्रकाश उपाध्याय, पंचानन राय, विपिन कुमार तिवारी, धु्रव कुमार पांडेय, आशुतोष ओझा, शहनवाज कुरैशी, अभिषेक कुमार सिंह, शिवमूरत, शंकर झा, राजेश साहु, योगेन्द्र कुमार सिंह, भोला सोनी, निरल बारला, अनिल होरो आदि की भूमिका रही।
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24 जिलों के 107 मॉडल की प्रस्तुति :
राज्य के 24 जिलों के विद्यार्थियों ने 107 मॉडल को प्रस्तुत किया था। वही 104 गाईड शिक्षकों ने भाग लिया। गुरुवार को 22 विद्यालयों के करीब 15 हजार सहित अन्य लोगों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
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ये रहे विजेता
विषय : कृषि एवं खाद्य सुरक्षा
प्रथम विष्णु शकर, शर्मा उत्क्रमित उच्च विद्यालय, लक्ष्मी नगर, पूर्वी सिंहभूम
द्वितीय अंकिता यादव, संत रॉबर्ट बालिका उच्च विद्यालय, हजारीबाग
तृतीय प्रिया चौबे, अ.ला. प्राजेक्ट बालिका उ.वि., नगर उटारी।
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विषय : संसाधन प्रबंधन
प्रथम पृथ्वी राज, राजकीयकृत प्लस टू उच्च विद्यालय, गढ़वा
द्वितीय ज्ञानी कुमारी, के.बी. बालिका उच्च विद्यालय, राची
तृतीय रेणु कुमारी, कस्तुरबा गाधी बालिका विद्यालय, धालभूमगढ़।
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विषय : स्वास्थ्य, पोषण और स्वच्छता :
प्रथम पुष्पा कुमारी, कस्तुरबा गाधी बालिका विद्यालय, बुंडू, रांची
द्वितीय मनोरा चौबे, कस्तुरबा गाधी बालिका विद्यालय, मेराल, गढ़वा
तृतीय संध्या कुमारी शर्मा, केसी बालिका उच्च विद्यालय, झरिया, धनबाद।
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विषय : उद्योग
प्रथम मो. अनवर, सी.एच. प्लस टू उच्च विद्यालय डुमरी, तिलैया, कोडरमा
द्वितीय किसुक कुमार, गोविन्द प्लस टू उच्च विद्यालय, गढ़वा
तृतीय धनमति कुमारी, कस्तुरबा गाधी बालिका विद्यालय, बुंडू, रांची।
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विषय : आपदा प्रबंधन
प्रथम सुमीत सौरभ, एसएस उच्च विद्यालय, कसमार, बोकारो
द्वितीय हैप्पी किरण, कस्तुरबा गाधी बालिका विद्यालय, बुंडू, रांची
तृतीय साक्षी कुमारी, बालिका उच्च विद्यालय, रिवर साईड, भुरकुंडा।
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विषय : गुणवत्तापूर्ण जीवन के लिए गणित
प्रथम बबलू यादव, उत्क्रमित उच्च विद्यालय, डुमरडीहा, कोडरमा
द्वितीय गौतम कुमार गुप्ता, मकतपुर उच्च विद्यालय, गिरिडीह
तृतीय निकिता कुमारी, उर्सुलाइन कॉन्वेंट बालिका उच्च विद्यालय, राची।
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सास्कृतिक कार्यक्रम
प्रथम श्रीयम, केराली पब्लिक स्कूल, राची
द्वितीय स्नेहा कुमारी, संत माईकल स्कूल, कोलाम्बी, राची
तृतीय प्रशांत कुमार वर्णवाल, गिरिडीह प्लस टू उच्च विद्यालय, गिरिडीह।
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