800 रुपये रिश्वत लेती पकड़ी गई वार्ड पार्षद
रांची : रिश्वतखोरी में लिप्त सरकारी सेवकों के बाद अब जनप्रतिनिधियों पर भी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (
रांची : रिश्वतखोरी में लिप्त सरकारी सेवकों के बाद अब जनप्रतिनिधियों पर भी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में एसीबी की टीम ने मंगलवार को रांची नगर निगम के वार्ड संख्या 43 की वार्ड पार्षद चंदा देवी (पति : किशनकांत राम) को रिश्वत लेने के आरोप में उनके धुर्वा सेक्टर-2 न्यू कालोनी स्थित आवास से गिरफ्तार किया। चंदा को जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के धुर्वा सेक्टर-2 लीची बगान निवासी नेहा देवी (पति : विवेक कुमार मंडल) से राशन कार्ड देने के नाम पर आठ सौ रुपये घूस लेने के आरोप में पकड़ा गया। यह पहला मामला है जब किसी निर्वाचित जनप्रतिनिधि को एसीबी की टीम ने रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। इस वर्ष एसीबी का यह 49वां ट्रैप केस है।
गिरफ्तारी के बाद चंदा को एसीबी कार्यालय लाया गया। यहां प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे निगरानी के विशेष न्यायाधीश मो शाकिर की अदालत में पेश किया गया। जहां से चंदा को 14 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में बिरसा केंद्रीय कारा, होटवार भेज दिया गया।
सजा हुई तो नहीं लड़ सकेंगी चुनाव
चंदा देवी को भ्रष्टाचार के आरोप में प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट (13) और (07) के तहत गिरफ्तार किया गया है। इसके तहत चार से सात साल की सजा का प्रावधान है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक किसी जनप्रतिनिधि के दो साल से ज्यादा सजा होने पर वे चुनाव लड़ने से अयोग्य हो जाते हैं।