इंस्पेक्टर इंद्रमणी चौधरी बने ड्यूटी मीट के रेंज चैंपियन
रांची : कांके रोड स्थित न्यू पुलिस लाइन में तीन दिन से चल रहे दक्षिणी छोटानागपुर रेंज पुलिस ड्यूटी म
रांची : कांके रोड स्थित न्यू पुलिस लाइन में तीन दिन से चल रहे दक्षिणी छोटानागपुर रेंज पुलिस ड्यूटी मीट का शनिवार को समापन हो गया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि डीआइजी अरुण कुमार सिंह के अलावा रांची के एसएसपी प्रभात कुमार, सिटी एसपी डॉ. जया राय, ग्रामीण एसपी राजकुमार लकड़ा व ट्रैफिक एसपी कार्तिक एस ने ड्यूटी मीट के सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया। इसमें कुल दस प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थीं, जिसके ओवर ऑल चैंपियन डोरंडा थानेदार इंस्पेक्टर इंद्रमणी चौधरी रहे। ओवर ऑल रनर अप सदर पश्चिमी अंचल की इंस्पेक्टर नीरा प्रभा टोप्पो रहीं।
इस प्रतियोगिता में रेंज के सभी पांच जिलों के प्रतिभागी शामिल किए गए थे, इनमें रांची के अलावा खूंटी, सिमडेगा, गुमला व लोहरदगा के प्रतिभागी शामिल रहे।
पुलिस ड्यूटी मीट के समन्वयक फिंगर प्रिंट के राज्य परीक्षक धीरेंद्र प्रसाद थे। अन्य परीक्षकों में क्राइम फोटोग्राफी के लिए एसके चतुर्वेदी, अपराध अनुसंधान विभाग के लॉ विशेषज्ञ आलोक कुमार, एफएसएल विशेषज्ञ एचके सिन्हा शामिल थे।
इसमें ओवर ऑल चैंपियन को 5000 रुपये, प्रथम पुरस्कार में 2500, द्वितीय पुरस्कार में 1500 व तृतीय पुरस्कार में 1000 रुपये दिए गए।
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वैज्ञानिक अनुसंधान सब पर भारी : डीआइजी
डीआइजी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान सब पर भारी है। 200 पेज की केस डायरी पर पांच पेज का वैज्ञानिक अनुसंधान भारी होता है। किसी भी कांड में वैज्ञानिक तरीका बेहतर अनुसंधान के लिए जरूरी है। फिंगर प्रिंट की जानकारी सबको होनी चाहिए। अभी आधार कार्ड से अपराधियों के मैच सिस्टम को जोड़ा जा रहा है, ताकि कहीं भी अपराधी पकड़े गए तो उनका आधार कार्ड से मैच करवाया जा सके। बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागी अपने सहयोगी को भी इसकी जानकारी दें।
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तर्कपूर्ण जानकारी मिलती है : एसएसपी
एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि ऐसे आयोजन से लॉजिकल जानकारी मिलती है। नए व पुराने पुलिस पदाधिकारी/सिपाही अनुभवों से अवगत होते हैं।
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विभाग की सोच व इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव की जरूरत :
ड्यूटी मीट के प्रशिक्षक देवेंद्र प्रसाद के अनुसार पुलिस विभाग की सोच व इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव की जरूरत है। यहां लॉ एंड आर्डर व अनुसंधान विंग को अलग-अलग करना जरूरी है। सीआइडी का एडवांस ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट व्यवस्थित नहीं हो सका। सिपाही से लेकर डीएसपी तक के लिए वैज्ञानिक जानकारी बेहद जरूरी है। युवा अपने बुजुर्ग से अनुसंधान का लाभ लें।
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पुलिस ड्यूटी मीट का परिणाम
1. फारेंसिक साइंस (लिखित) : प्रथम दारोगा सत्येंद्र कुमार सिंह (गुमला), द्वितीय इंस्पेक्टर इंद्रमणी चौधरी (रांची) व तृतीय दारोगा उपेंद्र कुमार महतो (गुमला)।
2. मेडिको लीगल (ओरल) : प्रथम इंस्पेक्टर इंद्रमणी चौधरी (रांची), द्वितीय दारोगा भूषण कुमार (लोहरदगा) व तृतीय दारोगा उपेंद्र कुमार महतो (गुमला)।
3. लिफ्टिंग, पैकिंग एंड फारवार्डिग ऑफ एक्जिविट्स : प्रथम इंस्पेक्टर नीरा प्रभा टोप्पो (रांची), द्वितीय दारोगा दीपिका प्रसाद (रांची) व तृतीय इंस्पेक्टर इंद्रमणी चौधरी (रांची)।
4. क्राइम इंवेस्टिगेशन, क्रिमिनल लॉज, रूल्स एंड प्रोसिजर्स एंड कोर्ट जजमेंट : प्रथम इंस्पेक्टर इंद्रमणी चौधरी (रांची), द्वितीय दारोगा मंदीप उरांव (गुमला) व तृतीय दारोगा सत्येंद्र कुमार सिंह (गुमला)।
5. फिंगर प्रिंट (प्रैक्टिकल व ओरल) : प्रथम इंस्पेक्टर नीरा प्रभा टोप्पो (रांची), द्वितीय इंस्पेक्टर इंद्रमणी चौधरी (रांची) व तृतीय दारोगा उपेंद्र कुमार महतो (गुमला)।
6. फोटोग्राफी : प्रथम इंस्पेक्टर नीरा प्रभा टोप्पो (रांची), द्वितीय इंस्पेक्टर इंद्रमणी चौधरी (रांची) व तृतीय दारोगा अमित कुमार तिवारी (खूंटी)।
7. आब्जर्वेशन टेस्ट : प्रथम सिपाही मुचकुंद कुमार राय (रांची), द्वितीय जमादार गणेश मिंज (रांची) व सिपाही राजेश कुमार रवि (गुमला) तथा तृतीय सिपाही राम स्वरूप यादव (रांची)।
8. पुलिस पोरट्रेट : प्रथम जमादार गणेश मिंज (रांची) व द्वितीय जमादार अमरेंद्र कुमार सिंह (रांची)।
9. कंप्यूटर अवेयरनेस : प्रथम सिपाही नीरज कुमार (रांची) व द्वितीय सिपाही हित नारायण महतो (गुमला)।
10. डॉग स्क्वायड : ट्रैकर में प्रथम सिपाही रोशन लकड़ा डॉग सीमा (होटवार) तथा द्वितीय सिपाही उमेश कुमार पांडेय डॉग रेमो (होटवार)।
11. एक्सप्लोसिव : प्रथम सिपाही अरविंद कुमार सिंह डॉग बेबी (रांची) व द्वितीय सिपाही राजेश कुमार यादव डॉग यमन (रांची)।
12. नारकोटिक्स : प्रथम सिपाही संतोष कुमार डॉग बबीना (होटवार)।
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