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25 चिटफंड कंपनियों पर प्राथमिकी

रांची : प्रदेश में अपना मायाजाल फैला चुकी 25 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ मंगलवार को सीबीआइ की रांची स्थ

By Edited By: Published: Wed, 01 Jul 2015 01:17 AM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2015 01:17 AM (IST)
25 चिटफंड कंपनियों पर प्राथमिकी

रांची : प्रदेश में अपना मायाजाल फैला चुकी 25 चिटफंड कंपनियों के खिलाफ मंगलवार को सीबीआइ की रांची स्थित दो शाखाओं और धनबाद स्थित एक शाखा में छह प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। इन कंपनियों में अलकेमिस्ट इंफ्रा भी शामिल है। इस कंपनी का नाम एक चर्चित सांसद से भी जुड़ा रहा था। इन कंपनियों पर राज्य के छोटे-छोटे निवेशकों के 25 हजार करोड़ रुपये पचा जाने और कई के गायब हो जाने का आरोप है।

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सीबीआइ इन कंपनियों के साथ-साथ इनसे जुड़े लोगों के ठिकानों की पड़ताल शुरू करेगी। एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए झारखंड हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति डीएन पटेल और न्यायमूर्ति रत्‍‌नाकर भेंगरा की खंडपीठ ने चिटफंड घोटाले की जांच की जवाबदेही सीबीआइ को सौंपी थी। सूत्रों के अनुसार इस मामले में और 95 प्राथमिकियां दर्ज की जानी है।

जनहित याचिका में कहा गया था कि पूर्वी सिंहभूम, कोडरमा, चाईबासा, हजारीबाग, साहिबगंज सहित कई जिलों में ऐसी कंपनियों ने नियमों की अनदेखी कर लोगों को अधिक ब्याज देने का लालच देकर धड़ल्ले से पैसे जमा कराया और अंत में सारा कुछ लेकर चंपत हो गई। इस बाबत कई प्राथमिकियां दर्ज कराई गई पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। देवघर के एसपी ने डीजीपी को पत्र लिखकर आर्थिक मामलों की विशेषज्ञता होने से इन्कार करते हुए इस घोटाले मामले की सीबीआइ जांच की आवश्यकता जताई थी।

सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से भी सीबीआइ जांच की जरूरत बताई गई थी। यह भी कहा गया कि इसमें सफेदपोश प्रभावशाली लोगों के जुड़े होने की आशंका है। इसके तार विदेशों से भी जुड़े हो सकते हैं। ऐसे में राज्य सरकार द्वारा सही तरीके से जांच किया जाना मुश्किल है। यह भी कहा गया था कि सिर्फ अलकेमिस्ट इन्फ्रा ने सोलह सौ करोड़ से अधिक राशि की उगाही की है। राज्य में ऐसी सैकड़ों कंपनियां काम कर रही हैं। पूरा मामला 25 हजार करोड़ से भी अधिक का हो सकता है। अदालत ने मामले की त्वरित जांच का सीबीआइ को आदेश दिया।

इन कंपनियों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला :

अलेमिस्ट इंफ्रा के अलावा सुराहा माइक्रो फाइनांस, सनप्लांट एग्रो ग्रुप, प्रयाग इनफोटेक, साई प्रसाद प्रोपर्टीज, फेडरल एग्रो कमर्शियल, गुलशन निर्माण इंडिया, तिरु बालाजी, धनोल्टी डेवलपर्स, कोलकाता वीयर, संकप्ल ग्रुप, वीयर्ड इंफ्रा, रुफर्स मार्केटिंग, सनशाइन ग्लोबल एग्रो, रामल इंडस्ट्रीज, इनोमर्स इंडस्ट्रीज, एक्सेल इंफ्रास्ट्रक्चर, गीतांजली उद्योग, एमपीए एग्रो एनीमल, युगांतर रियल्टी, एटीएम ग्रुप, केयर वीजन, मातृभूमि मैन्यूफैक्च¨रग, रोजवैली होटल्स, बर्धमान सुर्माग, अपना परिवार एग्रो और वारिस ग्रुप।

किन मामलों में कहां हुई प्राथमिकी :

-रांची स्थित इओयू शाखा : गोड्डा के महगांवा और राजमहल थाने में दर्ज कांड संख्या के आधार पर प्राथमिकी।

-रांची स्थिति भ्रष्टाचार निरोधक शाखा : जादूगोड़ा और घाटशिला थाने में दर्ज मामले के आधार पर प्राथमिकी।

-धनबाद स्थित सीबीआइ की एसीबी शाखा : झुमरीतिलैया और देवघर में दर्ज मामले के आधार पर प्राथमिकी।


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