कृषि रकबा बढ़ाने में जुटा कृषि विभाग
रांची : कृषि उत्पादकता में आ चुके ठहराव को दूर करने के लिए मौजूदा कृषि रकबे को बढ़ाने की दिशा में प्
रांची : कृषि उत्पादकता में आ चुके ठहराव को दूर करने के लिए मौजूदा कृषि रकबे को बढ़ाने की दिशा में प्रयास शुरू किए गए हैं। कृषि विभाग ने इस वित्तीय वर्ष 1.20 लाख हेक्टेयर परती भूमि को खेती योग्य भूमि में तब्दील करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
राज्य 38 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि है जिसमें महज 25-26 लाख हेक्टेयर भूमि में ही खेती की जा रही है। 12-13 लाख हेक्टेयर भूमि खेती योग्य होने के बावजूद बेकार पड़ी है। कृषि विभाग ने क्रमबद्ध तरीके से इस बेकार पड़ी भूमि को कृषि योग्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस क्रम में इस वित्तीय वर्ष 1.20 हेक्टेयर परती भूमि को कृषि योग्य भूमि में तब्दील किया जाएगा। हर जिले में औसतन 5000 हेक्टेयर परती भूमि को कृषि योग्य भूमि में बदला जाएगा।
कृषि निदेशक जटाशंकर चौधरी ने बताया कि गांवों में कलस्टर बनाकर परती भूमि को कृषि योग्य भूमि में तब्दील किया जाएगा। कृषि पदाधिकारियों को कलस्टर के लिए गांवों का चयन करने का निर्देश दिया गया है। कोशिश यह होगी कि जिस गांव का चयन किया जाए वहां की बेकार पड़ी सारी जमीन को कृषि योग्य भूमि में तब्दील किया जाए। औसतन एक कलस्टर 500 हेक्टेयर का होगा और जिले में दस कलस्टर। उन्होंने बताया कि कलस्टर के चयन से योजना की मॉनीट¨रग की भी सुविधा होगी। हालांकि उन्होंने स्वीकारा कि लक्ष्य बड़ा है लेकिन मौजूदा खेती को बढ़ाने के लिए इस दिशा में प्रयास तो करना ही होगा।