जब दवाओं का नाम गिनाने में गड़बड़ाए मंत्री
रांची : अंग्रेजी दवाओं का जटिल नाम सबको परेशान करता है। स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के साथ भ
रांची : अंग्रेजी दवाओं का जटिल नाम सबको परेशान करता है। स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी के साथ भी शुक्रवार को कुछ ऐसा ही हुआ। सवाल जरमुंडी के विधायक बादल का था। उन्होंने राज्य में जन्म लेने के एक वर्ष के भीतर दम तोड़ लेने वाले बच्चों का मामला उठाया। कहा, 1000 में 36 बच्चों की हर साल मौत हो जाती है। सरकार इस आंकडे़ में कमी लाए। पूछा कि क्या उपाय किए जा रहे हैं? मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने एक-एक कर दवाओं और इंजेक्शन का नाम गिनाना शुरू कर दिया। प्रदीप यादव ने टोकाटोकी की तो मंत्री जी दवा का नाम गिनाने में गड़बड़ा गए। उधर अधिकारी दीर्घा से पुर्जा आता रहा और मंत्री सवालों का प्रहार झेलते रहे। ममता वाहन चालकों की हड़ताल से मंत्री ने इन्कार किया तो विधायकों ने इसे गलत बताया। लक्ष्मण टुडू ने कहा कि उनके क्षेत्र घाटशिला में एक ही गांव के तीन बच्चों की मौत हो गई। ऐसा समय पर गर्भवती महिला को उपचार नहीं मिलने से हुआ।
राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि बच्चे जब कुपोषित होंगे तो आगे भी वे कमजोर बने रहेंगे। इरफान अंसारी ने भी स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली की ओर इंगित किया। निर्भय शाहाबादी ने कहा आयरन की गोली से बच्चे बीमार हो रहे हैं। विमला प्रधान ने पूरक पोषाहार देने की दलील दी। मंत्री ने कहा कि ममता वाहन को केंद्र सरकार से मिलने वाली मदद बंद हो गई है। इसे फिर से आरंभ कराने का प्रयास होगा।