बाजार में सन्नाटा, करोड़ों का व्यापार प्रभावित
रांची : रांची बंद का असर शहर में साफ तौर से दिखा। रोज जैसी चहल-पहल गायब थी। दुकानों के शटर गिरे थे। मेन रोड में दोपहर 2 बजे तक पूरी तरह से सन्नाटा रहा। अपर बाजार का थोक व्यापार भी प्रभावित हुआ। बाजार समिति का मुख्य गेट काफी देर तक बंद रहा। एक दिन की बंदी से करीब 62 करोड़ का व्यापार प्रभावित हुआ।
आम दिनों में जाम रहने वाले सुजाता चौक पर इक्के-दुक्के वाहन ही दिखे। दिनभर रेलम-पेल का गवाह बननेवाला कांटाटोली चौक पर एक भी गाड़ी नहीं दिखी। लालपुर के भी अधिकांश दुकानें पूरी तरह से बंद थीं। हां, डेली मार्केट के आसपास के इलाकों में कुछ दुकानें खुली थीं। थोक सब्जी बाजार से लेकर, इलेक्ट्रॉनिक की दुकानें खुली थी। दिन में दुकानों का शटर गिरा रहने के बाद शाम में करीब पांच बजे के बाद स्थिति में थोड़ा बदलाव देखा गया।
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बैंकों में भी लटके ताले
दुकानों के बाद सबसे ज्यादा असर बैंकों पर पड़ा। शहर के लगभग सभी बैंकों में कार्य पूरी तरह से ठप रहा। लेन-देन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। शहर के लगभग एटीएम के शटर भी आधे गिरे रहे। शाखाओं के भी मुख्य गेट पर ताला लटका रहा। अंदर कर्मचारी मौजूद थे, लेकिन शुक्रवार को उनके पास ज्यादा कार्य नहीं था। बंदी को लेकर बैंकों ने सभी एटीएम मशीनों में कैश एक दिन पहले से ही डाल दिया था।
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बाजार समिति में सबसे ज्यादा दिक्कत
बंद का समर्थन बाजार समिति ने भी किया। दुकानें पूरी तरह से बद रहीं। ट्रक बाजार समिति के बाहर खडे़ रहे। खाद्यान्न, खाद्य-तेल व आलू-प्याज का व्यापार भी नहीं हुआ। अपर बाजार की भी स्थिति कुछ ऐसी ही रही। थोक वस्त्र कपड़ा व्यवसायियों की भी प्रतिष्ठानें पूरी तरह से बंद रहीं। वहीं लोहा बाजार में भी उठाव नहीं हुआ।
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कहां कितना पड़ा असर
बाजार - असर
पंडरा बाजार - 13 करोड़
लोहा - 10 करोड़
कपड़ा - 8 करोड़
थोक वस्त्र - 9 करोड़
मनीहारी - 7 करोड़
खुदरा खाद्यान्न - 3 करोड़
ऑटो पार्टस - 8 करोड़
इलेक्ट्रानिक - 4 करोड़
कुल - 62 करोड़
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