गुरु पूर्णिमा पर भजन-कीर्तन
पिस्कानगड़ी : गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कई संस्थाओं ने कार्यक्रम आयोजित कर अपने-अपने गुरुओं के प्रति श्रद्धा भाव प्रकट किया। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन सत्संग भवन में हुआ। वहा संतमत सत्संग समिति की ओर से ध्यान शिविर, सत्संग तथा भजन-कीर्तन किया गया। दोपहर में भंडारा हुआ। श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। संध्या में आयोजित सत्संग में वरिष्ठ संतमत सत्संगी सरयू केशरी ने बताया कि आषाढ़ पूर्णिमा के दिन ही चारो वेद के व्याख्याता वेदव्यास का जन्म हुआ था। आज के ही दिन उन्होंने वेदो के सार ब्रह्म सूत्र की रचना की थी। इसी दिन शास्त्रार्थ में विजय होने पर वेदव्यासजी को जगत गुरु की उपाधि मिली थी। संपूर्ण कार्यक्रम में सीताराम केशरी, सरयू केशरी, केशव सोनी, बलदेव केशरी, महावीर केशरी, गायत्री देवी, शीला देवी, रुकमनी देवी, राजेंद्र साहू, रणधीर केशरी, अजय केशरी, आशा देवी, शंभु केशरी आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।