कोयलांचल में गूंज रहा मंगला काली, भद्रकाली के मंत्र
भुरकुंडा : रिवर साईड भुरकुंडा स्थित गांधी पार्क के शिव व काली मंदिर प्रांगण में सोमवार को सात दिवसी
भुरकुंडा : रिवर साईड भुरकुंडा स्थित गांधी पार्क के शिव व काली मंदिर प्रांगण में सोमवार को सात दिवसीय सतचंडी महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। इस दौरान भुरकुंडा कोयलांचल मां भगवती के जयघोष से गूंज उठा। 1251 कलशों के साथ कलशयात्रा निकाल महायज्ञ का शंखनाद हुआ। कलशयात्रा का शुभारंभ मंदिर प्रागंण से हुआ। श्रद्वालु सिर पर कलश लेकर दोमुहानी पहुंचे। यहां पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चणा के बाद कलशों में जल भर कर श्रद्धालु वापस मंदिर पहुंचे। धार्मिक अनुष्ठानों के साथ प्रधान कलशों की स्थापना की गई। यज्ञाचार्य डॉ अजय हरि शुक्ल की देखरेख में पंडितों ने पंच्चांग पूजन, मंडप प्रवेश, वेदियों का स्थापना, मूर्तियों का जलाधिवास सहित कई धार्मिक अनुष्ठान संपन कराए। कलश यात्रा में शामिल होकर उपप्रमुख रामाशंकर पांडेय उर्फ नुनू पांडेय, जीबू अवतार, भुरकुंडा थाना प्रभारी विष्णुदेव चौधरी सहित क्षेत्र के दर्जनों जनप्रतिनिधियों ने अपनी आस्था का परिचय दिया। सीसीएल सिक्यूरिटी के लोगों ने कलशयात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महायज्ञ में बतौर यजमान अनिल श्रीवास्तव व उनकी पत्नी भारती श्रीवास्तव शामिल हुईं। कलशयात्रा मंदिर प्रांगण से प्रारंभ होकर झा मेडिकल चौक से होते हुए गिद्दी मोड़ होते दोमुहानी नदी तट पहुंची। मंदिर पहुंचने के बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। शाम को आरती संपन्न हुई। बताया गया कि अग्नि मंथन के साथ मंगलवार से यज्ञशाला की परिक्रमा शुरू हो जाएगी।
झांकी रही आकर्षण का केंद्र
महायज्ञ को ले निकाली गई कलशयात्रा में झांकी आकर्षण का केंद्र बनी रही। शिव पार्वती का रूप धरे श्रद्धालु रथ में सवार हो लोगों को आर्शीवाद दे रहे थे। रथ में सवार कलाकारों ने श्रोताओं को भक्ति गीतों पर खूब झूमाया। वहीं भक्तों के बीच वानरों की टोली भी भगवान हनुमान की याद दिलाती रही।
यज्ञाचार्य डॉ. अजय हरि शुक्ल की देखरेख में होंगे अनुष्ठान
श्रीश्री 108 सात दिवसीय सतचंडी महायज्ञ में यज्ञाचार्य डॉ अजय हरि शुक्ल की देखरेख में कई धार्मिक अनुष्ठान सात दिनों तक चलेगा। इसमें डॉ. सुरेश त्रिपाठी, शांतेश्वर मिश्र, परमानंद तिवारी, पुरनेंद्र झा, प्रदीप तिवारी, दुर्गा दत्त मिश्र व फूलन तिवारी बतौर सहयोगी शामिल रहेंगे। बताया गया कि मंगलवार को समस्त वेदियों का पूजन, सतचंडी महायज्ञ का पाठ प्रारंभ, अग्नि मंथन, हवन, मूर्तियों का पुष्पाधिवास, मिष्ठानधिवास, फलाधिवास वहीं 1 मार्च को अन्नाधिवास, 2 मार्च को वस्त्राधिवास, 3 को शैयाधिवास व मूर्तियों का संस्कार, 4 को मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा सहित कई धार्मिक अनुष्ठान होंगे। इसके बाद 5 को हवन, पुर्नाहुति एवं भव्य भंडारा के साथ महायज्ञ का समापन होगा।
भक्ति जागरण में भी डूबेंगे श्रद्धालु
महायज्ञ में भक्ती जागरण का भी आयोजन किया जाएगा। में भी भक्ति सागर में झूमेंगे श्रद्धालु। समिति ने बताया कि सोमवार की देर रात्रि से आसन सोल के रानी व सुदेश मंडली द्वारा माता रानी जागरण होगा। जबकि 28 से 2 मार्च तक धनबाद की वीणा मिश्रा अपने प्रवचन से लोगों को भक्ति में लीन करेंगी। वहीं 3 मार्च को पटना के राहुल ¨सह भोजपुरिया, श्रेया ¨सह, और टाटा जमशेदपुर की मिली मुखर्जी अपने भक्ति गीतों से श्रद्धालुओं को झूमाएगी।