रामगढ़ में जिंदल की जमीन का दस्तावेज खंगाल रही सीबीआइ
जिंदल स्टील एंड पावर प्लांट से जुड़ी जमीन के मामले में दस्तावेज की जांच करने के लिए सीबीआइ की टीम बुधवार को रामगढ़ पहुंची। इस दौरान अधिकारियों ने अपर समाहर्ता के कार्यालय में बैठ कर जमीन से संबंधित दस्तावेज की जानकारी ली।
रामगढ़। जिंदल स्टील एंड पावर प्लांट से जुड़ी जमीन के मामले में दस्तावेज की जांच करने के लिए सीबीआइ की टीम बुधवार को रामगढ़ पहुंची। इस दौरान अधिकारियों ने अपर समाहर्ता के कार्यालय में बैठ कर जमीन से संबंधित दस्तावेज की जानकारी ली। हालांकि सीबीआइ अधिकारी इस संबंध में कुछ भी कहने से बचते रहे। इस दौरान सीबीआइ के अधिकारी जिंदल द्वारा पतरातू अंचल क्षेत्र अंतर्गत बलकुदरा में अधिग्रहित की गई भूमि से संबंधित कागजात को खंगालते रहे। वे यह आकलन करते रहे कि आखिर किस-किस प्रकार की जमीन का अधिग्रहण जिंदल द्वारा किया गया है। इसके एवज में कितनी राशि का भुगतान संबंधित रैयतों को किया गया है।
इससे पूर्व भी सीबीआइ एसपी ने उपायुक्त को पत्र देकर जिंदल स्टील एंड पावर प्लांट की अधिग्रहित भूमि से संबंधित रजिस्टर्ड डीड की छाया प्रति मांगी थी, जिसे प्रशासन ने डाक के माध्यम से भेज दिया था।
अपर समाहर्ता सुनील कुमार सिंह ने भी सीबीआइ की जांच के संबंध में कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया है। इससे पूर्व मंगलवार को भी दो अधिकारी समाहरणालय पहुंचे थे। इस दौरान जिला भू-अर्जन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों का इंतजार करते रहे। हालांकि जिला भू-अर्जन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी के पतरातू में मुआवजा शिविर में होने के कारण उनसे मुलाकात नहीं हो पाई। इससे पहले सोमवार को टीम के अधिकारी बलकुदरा स्थित जिंदल स्टील एंड पावर प्लांट गए थे और इस दौरान अधिकारियों से संबंधित जानकारी ली थी।
कोल ब्लाक आवंटन से जोड़कर की जा रही जांच
रामगढ़। कोल ब्लाक आवंटन में उद्योगपति नवीन जिंदल पर न्यायालय से शिकंजा कसने के बाद से ही सीबीआइ लगातार जिले में सक्रिय रही। इसी का आलम है कि सीबीआइ निरंतर प्रशासनिक पदाधिकारियों से संपर्क कर जिंदल स्टील फैक्ट्री से जुड़े कागजात की मांग करती रही। हालांकि इस मामले में सीबीआइ के अधिकारी अपना परिचय देने से भी बचते रहे।