फैक्ट्री बंद कराने की साजिश कर रहे नेता
रामगढ़ : प्रदूषण के खिलाफ आंदोलन व फैक्ट्री गेट के समक्ष एक जून को प्रदर्शन व आर्थिक नाकेबंदी की घोष
रामगढ़ : प्रदूषण के खिलाफ आंदोलन व फैक्ट्री गेट के समक्ष एक जून को प्रदर्शन व आर्थिक नाकेबंदी की घोषणा के बाद रविवार को झारखंड इस्पात के मालिक रामचंद्र रूंगटा ने मुख्यमंत्री को त्राहिमाम पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने भाजपा के जिला महामंत्री रंजीत पांडेय पर फैक्ट्री बंद कराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने पत्र की प्रतिलिपि स्थानीय सांसद सह केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, रामगढ़ विधायक सह मंत्री, उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक रामगढ़, छोटानागपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स, रांची व रामगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष को प्रेषित किया है। उन्होंने पत्र में चेतावनी देते हुए कहा कि 14 साल से चल रहे फैक्ट्री को बंद कराने की साजिश को यदि नहीं रोका गया तो कंपनी एक जून से स्वत: फैक्ट्री बंद करने की पहले करेगी। रूंगटा ने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन निजी स्वार्थ के लिए भाजपा नेता द्वारा किए जा रहे भयादोहन से विक्षुब्ध है। सरकार भाजपा की है, यदि फैक्ट्री बंद करने का निर्देश हो तो प्रबंधन इसे स्वीकार कर फैक्ट्री बंद कर देगा। या कोई कमी है तो उसे निर्देशित करें, प्रबंधन इसका अनुपालन सुनिश्चित करेगा। पत्र में रूंगटा ने आरोप लगाया है कि दो माह पूर्व भाजपा जिला महामंत्री रंजीत पांडेय ने उनसे नाजायाज लाभ लेने का प्रयास किया। उसे पूरा नहीं किए जाने से फैक्ट्री को बंद कराने की नियत से प्रदूषण आदि का बहाना बना वे ग्रामीणों को भड़का कर फैक्ट्री के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं। रंजीत पांडेय ने भाजपा के लेटर पैड पर ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को कई ¨बदुओं पर पत्र दिया है। यह पत्र साजिश का द्योतक है। रुंगटा ने अपने पत्र में रंजीत पांडेय पर कई अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं।
आंदोलन को कमजोर करने की हो रही साजिश : रंजीत पांडेय
रामगढ़ : प्रदूषण मुक्त अभियान समिति संयोजक मंडल के सदस्य व भाजपा जिला महामंत्री रंजीत पांडेय ने कहा कि सिरका-अरगडा सहित आसपास गांव के लोग फैक्ट्री के जहरीले प्रदूषण से वर्षो से परेशान हैं। फैक्ट्री के प्रदूषण के कारण इलाके में लोगों का जीना मुहाल हो गया है। जनहित में ग्रामीणों द्वारा गठित प्रदूषण मुक्त अभियान समिति के बैनर तले आंदोलन चलाया जा रहा है। भाजपा संगठन से इस जन आंदोलन का कोई लेना-देना नहीं है। समिति में कई दल के लोग व नेता जुड़े हुए हैं। आंदोलन को कमजोर करने के लिए फैक्ट्री मालिक रामचंद्र रूंगटा उन पर आरोप लगा रहे हैं। प्रदूषण के खिलाफ उनका आंदोलन जारी रहेगा।