अब तक नहीं हुई शहर के नाले की सफाई
हुसैनाबाद : हुसैनाबाद शहर के शहरवासी नाला के पानी के निकासी को लेकर भयभीत है। क्योंकि अब तक शहर के
हुसैनाबाद : हुसैनाबाद शहर के शहरवासी नाला के पानी के निकासी को लेकर भयभीत है। क्योंकि अब तक शहर के एक भी नाला की सफाई युद्धस्तर पर नही हुई है। जिससे वर्षा का पानी घरों में प्रवेश करने की पुरी संभावना दिख रही है। वहीं नगर के प्रतिनिधि नाला की सफाई करने के बजाय वर्षा का इंतजार कर है, ताकि वर्षा के प्रभाव में आकर नाला में पडे हुए कचरा बह कर नदी में चला जाय। जानकारी के अनुसार नगर पंचायत पहले प्रत्येक वर्ष एक योजनाबद्ध तरीके से शहर के प्रमुख नालों की सफाई वर्षा के एक माह पूर्व करा दिया जाता था, ताकि पानी घरों में प्रवेश न कर सके और कच्चा मकान ध्वस्त होने से बचाया जा सके। लेकिन इस बार शहर के नगर प्रतिनिधि नालों के सफाई को लेकर संवेदनशील नहीं दिख रहे है, जबकि शहर के आधा से अधिक नाला एवं नाली पुरी तरह जाम पड़ा हुआ, जिससे शहर के लोग गंदा बदबू से काफी परेशान है। शहर के लोग संक्रामक रोग से फैलने की आशंका से भयभीत है। नगर पंचायत हुसैनाबाद के द्वारा शहर के कचरा को साफ सफाई करने के लिए बडे़ पैमाने पर सफाई यंत्रों का क्रय किया गया है, जो गुलाबी भवन की शोभा बढ़ा रही है। शहर के लोगों का मानना है कि क्रय किए गए सफाई यंत्र कहि फो¨बग मशीन सहित अन्य मानव सुविधा यंत्र की तरह हाथी के दांत बनकर न रह जाय।
- इन नालो की सफाई अनिवार्य
शहर में सभी नाला एवं नालियों की सफाई जरूरी है। लेकिन कुछ नालों की सफाई प्राथमिकता के अधार पर पहले है। शहर के देवरी रोड,गांधी चौक से जयप्रकाश चौक, गांधी चौक से मधुशाला रोड,गांधी चौक से मोकबरा होते हुएं गुलबाग नदी तक, जयप्रकाश चौक से दिनेश ¨सह चौक तक, लम्बी गली से रविदास नगर होते हुएं गुलबाग नदी तक, पटेल चौक से मधुशाला मोड एवं पटेल चौक से अंबेडकर चौक, पटेल चौक से शिशु मंदिर स्कूल, मुनी ¨सह चौक से अंजनी ¨सह के घर तक, सिद्धनाथ द्वार से मेहदीनगर तक प्रमुख नालों की सफाई अनिवार्य है।
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नगरवासि केवल टैक्स ही न दे, बल्कि अपने हक व अधिकार के लिए आगे आना होगा। नगर प्रतिनिधियों के विरूद्ध शीघ्र ग्रास स्तर पर आंदोलन होगा।
शंभु हुसैन, अध्यक्ष, नगर विकास समिति