किताबी ज्ञान के साथ आवश्यक है व्यवहारिक ज्ञान
मेदिनीनगर: विद्यालय में बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी पारंगत व व्यवहार का
मेदिनीनगर: विद्यालय में बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी पारंगत व व्यवहार का ज्ञान देना होगा। इस तरह की प्रदर्शनी इसमें सहायक सिद्ध हो सकती है। यह बातें झारखंड के पूर्व विधानसभाध्यक्ष इंदर ¨सह नामधारी ने कही। वे गुरूवार को जमुने स्थित माता द्रोपदी देवी नामधारी गुरु गो¨वद ¨सह पब्लिक स्कूल में आयोजित विज्ञान तथा कला व शिल्प एवं प्रदर्शनी कार्यक्रम के उदघाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। कहां कि बच्चों के इस प्रस्तुती से दूसरे बच्चों में ना सिर्फ सीखने की प्रेरणा मिलेगी। बल्कि दूसरों को प्रोत्साहित करने का काम करेगा। नामधारी ने कहा कि छोटे बच्चों में प्रारंभ से ही विज्ञान के प्रति लगाव होगा तो आगे भी वे विज्ञान के प्रति रुचि रखेंगे। इससे पहले कार्यक्रम का नामधारी सहित प्रो. एससी मिश्रा, प्रो. केके मिश्रा, युवा नेता दिलीप ¨सह नामधारी, जिला पार्षद मुक्तेश्वर पांडेय, डॉ. कौशिक मल्लिक व प्रभारी प्राचार्य डॉ. ज्योति सिन्हा ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम के अध्यक्षता उप प्राचार्य पीपी गुप्ता व संचालन अजीत कुमार ने किया। मौके पर युवा नेता दिलीप ¨सह नामधारी ने कहा कि बच्चों द्वारा लगाई गई इस विज्ञान, आर्ट व क्राफ्ट प्रदर्शनी में सर्जिकल स्ट्राइक का ²श्य प्रभावित करता है। यह साबित करता है कि स्कूल के बच्चों में देश भक्ति के प्रति काफी लगाव है। प्रदर्शनी में बच्चों द्वारा उर्जा व पर्यावरण संरक्षण की विस्तृत जानकारी सराहनीय है। इसमें प्रतिभागी छात्र दिव्य प्रकाश पाठक सुभोजित, दीप शिखा, गौरव कुमार व गौरव राज,का प्रदर्शन उत्कृष्ट था। बच्चों ने यह भी बताने का प्रयास किया था कि किस प्रकार हम सभी उपभोग किय गए वस्तुओं का दुबारा उपयोग कर सकते है। इस आयोजन में सहयोगी शिक्षक एसके ¨सह, डा. एसडी दूबे, एसडी पांडेय व एफ झा के अलावे कार्यक्रम के समन्वयक ब्रजेश्वर प्रसाद की महत्वपूर्ण भूमिका रही। प्रदर्शनी का मूल्यांकन प्रो. केके मिश्रा, प्रो. एससी मिश्रा व डॉ. कौशिक मल्लिक ने किया ।