रसोइया फ्रंट ने किया प्रदर्शन
मेदिनीनगर : एक-दो हजार में दम नहीं, दस हजार से कम नहीं। रसोइया का मानदेय बारह माह लागू करो आदि नारों
मेदिनीनगर : एक-दो हजार में दम नहीं, दस हजार से कम नहीं। रसोइया का मानदेय बारह माह लागू करो आदि नारों के बीच गुरुवार को राष्ट्रीय मध्याह्न भोजन रसोइया फ्रंट ने स्थानीय समाहरणालय परिसर में प्रदर्शन किया। इस अवसर पर आयोजित धरना में संगठन के संस्थापक सह राष्ट्रीय महासचिव राम कृपाल ने कहा कि विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत रसोइया की स्थिति बंधुआ मजदूर से भी बदतर है। इन्हें काम के अनुरूप पैसा नहीं मिल रहा है। जब चाहे काम से निकाल दिया जाता है। महिला अधिकार की दंभ भरने वाली सूबे की सरकार महिला रसोइया के साथ अन्याय कर रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रभूषण प्रसाद ने कहा कि रसोइया के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है। अपने अधिकार के लिए इन्हें आगे आना होगा। राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार पासवान, बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद समेत निर्मला देवी, गिरजा देवी, छोटू तिवारी, बेबी देवी, संजू देवी आदि ने धरना को संबोधित किया। इसके पूर्व स्थानीय शिवाजी मैदान से फ्रंट की ओर से विशाल रैली निकाली गई। रैली में हाथों में कल्छुल-छलनी व झाड़ू लिए बड़ी संख्या में रसोइया शामिल थी। विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए रैली कचहरी परिसर पहुंची। कार्यक्रम में विजय कुमार, विनय तिवारी, कृष्णा राम, मंजू, जीतू, उर्मिला समेत बड़ी संख्या में रसोइया फ्रंट के लोग शामिल थे। कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम 11 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। इसमें रसोइया का मानदेय 10 हजार करने, स्थायीकरण करने, महिला रसोइया को साड़ी देने व पुरुष रसोइया को पैंट-शर्ट आदि की मांग की गई है।