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खून की कमी से गर्भवती आदिम जनजाति महिला की मौत

हुसैनाबाद, पलामू : हुसैनाबाद के अति उग्रवाद प्रभावित महुडंड पंचायत के कुरदाग गांव निवासी गर्भवती

By Edited By: Published: Sat, 24 Sep 2016 09:08 PM (IST)Updated: Sat, 24 Sep 2016 09:08 PM (IST)
खून की कमी से गर्भवती आदिम जनजाति महिला की मौत

हुसैनाबाद, पलामू : हुसैनाबाद के अति उग्रवाद प्रभावित महुडंड पंचायत के कुरदाग गांव निवासी गर्भवती प्रतिमा देवी की मौत खून की कमी से हो गई। महिला का इलाज गांव के ही एक झोला छाप चिकित्सक द्वारा किया जा रहा था। जब महिला की हालत बिगड़ने लगी तो परिजनों ने उसे हुसैनाबाद अस्पताल लाए। जहां से चिकित्सकों ने उक्त महिला को मेदिनीनगर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जहां इलाज में हुए विलंब के कारण उक्त महिला ने दम तोड़ दिया। इस संबंध में मृतका के परिजनों ने बताया कि हमलोग अति उग्रवाद प्रभावित गांव में रहते हैं। जहां अब तक विकास की किरण नहीं पहुंची है। गांव में जाने के लिए न तो सड़क है न ही बिजली। उक्त गांव के लोग हुसैनाबाद अस्पताल आने के लिए 15 किमी से अधिक मरीजों को खाट पर लादकर पैदल आते हैं। परिजनों ने यह भी बताया कि गांव कि आंगनबाड़ी सेविका उतिमा देवी अनुमंडल मुख्यालय में ही रहती हैं और गरीबों को मिलने वाले पोषाहार किसी को नहीं देती हैं।

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गांव में रहता है सौ परिवार

कुरदाग गांव परहिया जाति के 100 परिवार रहते हैं। अब तक किसी को भी न ही वाल्मिकी योजना या इन्दिरा आवास का लाभ मिला है। मामूली बीमारी होने के बाद यहां के लोग झोला छाप चिकित्सकों के जाल में फंस कर अपनी जान गवां देते हैं। मृत महिला प्रतिमा देवी का तीन पुत्र व एक पुत्री है। ग्रामीणों का कहना था कि आजादी से अब तक गांव में न तो कोई जन प्रतिनिधि पहुंचा है न ही प्रखंड व अनुमंडल के अधिकारी। इस गांव के लोग भगवान के भरोसे ही अपना जीवन यापन करते हैं।


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