भ्रूण हत्या नहीं रुकी तो कुंवारे रहेंगे पुरुष
मेदिनीनगर : पलामू में तेजी से बेटियों की संख्या में गिरावट आ रही है। वर्ष 2012 के सर्वे के अनुसार प
मेदिनीनगर : पलामू में तेजी से बेटियों की संख्या में गिरावट आ रही है। वर्ष 2012 के सर्वे के अनुसार पलामू में एक हजार लड़का पर सात सौ बेटियों की संख्या दर्ज की गई है। कन्या भ्रूण हत्या इसका मुख्य कारण है। अगर हालात ऐसे ही रहें तो पलामू हरियाणा बन जाएगा और यहां के युवा भी हरियाणा की तरह कुंवारे रहेंगे। उक्त बातें प्लान इंडिया के अधिकारी अशरफ जमाल ने कही। वे स्थानीय जेलहाता स्थित सिविल सर्जन कार्यालय सभागार में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय पर आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन मंगलवार को संबोधित कर रहे थे। इसका उदघाटन सोमवार को अधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया था। प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन स्वास्थ्य विभाग व प्लान इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेटी बचाने और पढ़ाने की दिशा में जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है। हरेक व्यक्ति को संकल्प लेना होगा कि वे बेटी को बचाने और बेटी को पढ़ाने की दिशा में बेहतर पर पहल करेंगे। बेटी प्रति लोगों को मानसिकता बदलने की आवश्यकता है। जागरूकता के अभाव में अभिभावक बेटी को बोझ समझते हैं। इसका कारण दहेज प्रथा है। ऐसा मानसिकता रखना गलत है। वर्तमान में बेटियां हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही हैं। कहा गया कि जिले भर में पीसी एंड पीएनडीटी से संबंधित जागरूकता अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जाएगा। पूर्व में भी बैनर-पोस्टर के माध्यम लोगों को जागरूक करने की कवायद अपनाई गई थी। मौके पर जिला आरसीएस पदाधिकारी डा एमपी ¨सह, डीएएम केवल कुमार ¨सह, अतुल सिन्हा समेत एसटीटी विरेंद्र पासवान, बीटीटी गनौरी पासवान, रामानुग्रह ¨सह, शबनम आरा, कविता कुमारी आदि उपस्थित थे।