..और नम हो गई आंखें
मेदिनीनगर: कक्षा में रूबी को अपने साथ ना पाकर गम का महौल छाया रहा। छात्राओं को उसकी आत्महत्या की बात
मेदिनीनगर: कक्षा में रूबी को अपने साथ ना पाकर गम का महौल छाया रहा। छात्राओं को उसकी आत्महत्या की बात रास नहीं आ रही थी। कहा कि उसके साथ होने पर हिम्मत मिलती थी। वे कभी आत्महत्या नहीं कर सकती और यह कहकर लड़कियों की आंखें नम हो गईं। रेडमा स्थित स्टडी प्वाइंट इंस्टिच्यूट आफ कामर्स में रूबी कुमारी की आत्मा की शांति के लिए शोकसभा आयोजित की गई। संस्थान के शिक्षक प्रकाश दुबे ने कहा कि रूबी कुमारी एक कुशाग्र और हंसमुख छात्रा थी। वह इस दुनिया में नही रही पर उसकी यादें हमेशा हमारे बीच रहेगी। संस्थान के छात्र-छात्राओ को उसके नहीं होने का काफी अफसोस है। रूबी की सहेलियों का कहना है कि वो नाकारात्मक सोच की लडकी नहीं थी। हमने रूबी को नहीं बल्कि अपने बीच की ऐसी लडकी को खोया है जो लड़कियो के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा श्रोत थी। वो आज के जमाने की लडकी थी। किसी से नही डरती थी। सभी छात्र-छात्राओं ने उसकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।