अब दहेज न लेंगे न देंगे
हुसैनाबाद, पलामू : हुसैनाबाद के मदरसा खैरुल इस्लाम में शुक्रवार को दहेज विरोधी अभियान के सदस्यों की
हुसैनाबाद, पलामू : हुसैनाबाद के मदरसा खैरुल इस्लाम में शुक्रवार को दहेज विरोधी अभियान के सदस्यों की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता बैबुल अमीन ने की। संचालन जुबैर अहमद ने किया। दहेज विरोधी अभियान को मजबूती के साथ चलाने पर विचार विमर्श किया गया। साथ ही दहेज नहीं लेने का संकल्प लिया गया।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि लोगों को यह बताया जाए कि दहेज किसी भी हाल में इंसानियत के लिए नासूर से कम नहीं हैं। शकील अहमद ने कहा कि एक ही व्यक्ति की दो भूमिका हो जाती है। वह जब दहेज लेता है तो जालिम हो जाता है और उसी को दहेज देना पड़ता है तो वह मजलूम हो जाता है। उन्होंने कहा कि यह सभी के जीवन में एक न एक दिन आता ही है। ऐसे में फर्ज बनता है कि हम इस बीमारी को जड़ से मिटाएं। इसमें समाज के सभी लोगों का सहयोग आपेक्षित है। उन्होंने कहा कि न कोई दहेज ना तो ले ना दे।
बैठक में कई लोगों ने पहले लिया गया दहेज भी वापस करने का एलान किया। मोहम्मदाबाद के अब्दुल लतीफ बेनी कला के जलालुद्दीन अंसारी व हैदरनगर के पथलौटिया गांव निवासी इमाम अली ने पहले लिए गए दहेज को लौटाने का निर्णय लिया। सभी ने उनका स्वागत किया। बैठक में शम्स आलम, शमीम, हेसामुद्दीन, ग्यासुद्दीन सिद्दीकी, सद्दाम हुसैन, मोजाहिद हुसैन, सगीर अहमद, अली असगर, असगर अली, फरहत खां समेत कई लोग शामिल थे।