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सत्संग की महिमा अपरंपार

पलामू : सत्संग की महिमा अपरंपार है। इससे मनुष्य को सदगति की प्राप्ति होती है। साथ ही मानव जीवन सफल ह

By Edited By: Published: Sat, 10 Oct 2015 05:19 PM (IST)Updated: Sat, 10 Oct 2015 05:19 PM (IST)
सत्संग की महिमा अपरंपार

पलामू : सत्संग की महिमा अपरंपार है। इससे मनुष्य को सदगति की प्राप्ति होती है। साथ ही मानव जीवन सफल हो जाता है। उक्त बातें स्वामी रंगनाथाचार्य ने कही। वे हरिनामांड़ यज्ञशाला परिसर में प्रवचन कर रहे थे। कहा कि यज्ञादि धार्मिक कार्यो के आयोजन से देवता प्रसन्न होते हैं व धरा पर खुशहाली आती है। श्रीमदभगवत चर्चा करते हुए स्वामीजी ने कहा कि ईश्वर सर्वत्र व सर्वव्यापी हैं। बिना हरिइच्छा के कोई भी कार्य नहीं होता। स्वामीजी ने प्रवचन के दौरान भागवत के गूढ़ तत्वों की व्याख्या की। बताते चलें कि हरिनामांड़ यज्ञशाला स्थल पर 28 अक्टूबर से श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया गया है। इसके लिए जोर-शोर से तैयारी चल रही है। 28 को कलश यात्रा व 29 से दो नवंबर तक याज्ञिक कार्य होंगे। महायज्ञ को ले श्री त्रिडंडी देवसत्संग आश्रम सेवा ट्रस्ट डेहरी के पीठाधीश्वर स्वामी रंगनाथाचार्यजी महाराज हरिनामांड़ में चतुर्मासा पर हैं।


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