किसान करें मड़ुआ, ज्वार-बाजरा की खेती
मेदिनीनगर : मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। वर्षापात अनियमित व अनियंत्रित हो गया है। ऐसे में किसान
मेदिनीनगर : मौसम में तेजी से बदलाव हो रहा है। वर्षापात अनियमित व अनियंत्रित हो गया है। ऐसे में किसान मडुआ, ज्वार, बाजारा, अरहर व कुल्थी की खेती करें। उक्त बातें टीएसपी परियोजना के मुख्य कृषि वैज्ञानिक डॉ. डीएन ¨सह ने कही। वे टीएसपी शुष्क भूमि कृषि द्वारा आयोजित प्रशिक्षण समारोह में बोल रहे थे। श्री ¨सह ने कहा कि किसानों को बारिश के अभाव में खरीफ फसल धान व मक्का में अधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। कहा कि जिस किसानों के पास अपना ¨सचाई का साधन उपलब्ध है वे उच्च गुणवत्तावाले हाइब्रिड बीजों का उपयोग करें। इससे किसानों के आय में वृद्धि होगी।
मौके पर परियोजना के उप समन्वयक कृषि वैज्ञानिक प्रमोद कुमार ने बताया कि किसानों को किसान फफूंदनाशी व कीटनाशी दवा का भी उपयोग करना चाहिए। कहा कि इसके इस्तेमाल से फूल व फल अधिक लगते हैँ तथा अधिक स्वस्थ चमकदार व पौष्टिक होता है। कहा कि किसान सब्जी खेती में केंचुआ खाद का प्रयोग करें। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिक डा. नजरूल सलाम ने कहा कि सब्जी में रोग व कीड़ा का प्रकोप अधिक होता है इससे बचने के लिए कापीडोर नामक दवा को दो मिली लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। मौके पर डा. अखलाक अहमद ने नर्सरी के लिए सामूहिक नर्सरी पर जोर दिया। अनुसंधान सहायक मुनीष कुमार ¨सह ने बताया कि किसान बीज को लगाने के पहले बीजोपचार अवश्य करें। प्रशिक्षण समारेाह में किसानों के बीच बीज व दवा का वितरण किया गया। प्रशिक्षण समारेाह में संत कुमार, श्रवण यादव, हरेंद्र ¨सह, नागेंद्र ¨सह सुखू ¨सह, नीलम देवी, कविता देवी, दीनानाथ ¨सह, सुखलाल ¨सह समेत कई किसान उपस्थित थे।