सत्संग की महिमा अपरंपार : स्वामी रंगनाथाचार्य
चैनपुर, पलामू : सत्संग की महिमा अपरंपार है। इससे मनुष्य को सद्गति की प्राप्ति होती है। साथ ही मानव ज
चैनपुर, पलामू : सत्संग की महिमा अपरंपार है। इससे मनुष्य को सद्गति की प्राप्ति होती है। साथ ही मानव जीवन सफल हो जाता है। उक्त बातें स्वामी रंगनाथाचार्य ने कही। वे शुक्रवार की शाम हरिनामांड़ यज्ञशाला परिसर में प्रवचन कर रहे थे। कहा कि यज्ञादि धार्मिक कार्यों के आयोजन से देवता प्रसन्न होते हैं व धारा पर खुशहाली आती है। श्रीमद्भगवत चर्चा करते हुए स्वामीजी ने कहा कि ईश्वर सर्वत्र व सर्वव्यापी है। बिना हरि इच्छा के कोई भी कार्य नहीं होता। स्वामीजी ने प्रवचन के दौरान भागवत के गूढ़ तत्वों की व्याख्या की।
बताते चलें कि हरिनामांड़ यज्ञशाला स्थल पर 28 अक्टूबर से श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया जाना है। इसके लिए जोर-शोर से तैयारी चल रही है। 28 को कलश यात्रा व 29 से दो नवंबर तक याज्ञिक कार्य होंगे। महायज्ञ को ले श्री त्रिडंडी देवसत्संग आश्रम सेवा ट्रस्ट डेहरी के पीठाधीश्वर स्वामी रंगनाथाचार्यजी महाराज हरिनामांड़ में चतुर्मासा बिता रहे हैं।