भोजपुरी लोकगीतों पर झूमे दर्शक
मेदिनीनगर : शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के शहादत दिवस को ले सोमवार की रात स्थानीय शिव
मेदिनीनगर : शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के शहादत दिवस को ले सोमवार की रात स्थानीय शिवाजी मैदान में सास्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। शहादत समारोह समिति के तत्वावधान में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में मुख्य रूप से बिहार इप्टा की टीम ने शिरकत की। आयोजन समिति के अध्यक्ष डा अरूण शुक्ला ने शहीदों की जीवनी व शहादत समारोह मनाने के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। शैलेंद्र कुमार कहा कि नकली नायकों की पूजा के दौर में मुक्ति का सपना देखने वाले नायकों को दिल से याद करना जरूरी है।
कहा कि शहादत समारोह अपसंस्कृति व अश्लीलता के खिलाफ एक जंग है। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान बिहार इप्टा के कलाकारों ने भोजपारी लोकगीत प्रस्तुत किए। बिहार इप्टा टीम का नेतृत्व कर रहे नागेंद्रनाथ पांडेय के अलावा गायिका मंजूषा राज व अंजली ने भी कई पारंपरिक गीत पेश किए। इससे पहले स्थानीय कलाकार पंकज निराला ने चिट्ठी आई है आई है चिट्ठी आई है..आदि गजल प्रस्तुत कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। वहीं स्थानीय संत मरियम स्कूल की छात्रा आचल व शिवानी ने देशभक्ति गीत पर नृत्य पेश कर खूब तालियां बटोरी। बिहार इप्टा की टीम में तबला पर देवेश दुबे, खंजरी पर दिनेश और कोरस में पंकज भट्ट समेत मंजूषा व अंजली ने संगत किया। समारोह का संचालन डा कुमार वीरेंद्र कर रहे थे। इधर, शहादत समारोह समिति के तत्वावधान शहादत दिवस सप्ताह मनाया जा रहा था। शहादत सप्ताह के अंतर्गत शहर व आस-पास के क्षेत्रों में कई तरह तरह के कार्यक्रम हुए। अलग-अलग जगहों पर आयोजित कार्यक्रमों के संयोजकों को बुलाकर मंच से सम्मानित किया गया। मौके पर शैलेंद्र सिंह, उपेंद्र मिश्रा, आलोक वर्मा, राजीव कुमार, गौतम चटर्जी, शब्बीर अहमद, आलोक श्रीवास्तव, सतीश कुमार, शैलेन्द्र कुमार शैलु प्रो विमल सिंह, राजीव रंजन, अभय वर्मा, बलराम उराव, नुदरत नवाज, मंजू चंदेल, ज्योति सिंह, मृदुला मिश्रा, श्वेता शूभम समेत कई लोग उपस्थित थे।