ढाई साल में नहीं लगा नया ट्रांसफार्मर
चैनपुर, पलामू : चैनपुर प्रखंड के चोटहांसा गांव में ढाई साल बाद भी जले ट्रांसफार्मर को बदला नहीं जा स
चैनपुर, पलामू : चैनपुर प्रखंड के चोटहांसा गांव में ढाई साल बाद भी जले ट्रांसफार्मर को बदला नहीं जा सका है। नतीजतन मात्र पांच माह बिजली सुख पाने के बाद ग्रामीण इससे महरूम हैं। मंत्री से लेकर पंचायत प्रतिनिधियों तक सभी जगह गुहार लगाकर ग्रामीण थक चुके हैं। अधिकारियों की चिरौरी भी कर चुके हैं। बावजूद अनुसूचित जाति बहुल इस ग्रामीणों की व्यथा किसी ने नहीं सुनी। आश्वासन सुन-सुनकर थक-हार चुके ग्रामीणों ने बिजली की आस ही छोड़ दी। राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत चोटहासा गांव में जुलाई 2011 में बिजली गई थी। गांव वालों ने बिजली पाकर हर्षित हुए थे। पर उनका यह हर्ष मात्र पांच माह में ट्रांसफार्मर जल जाने से समाप्त हो गया। विभागीय निर्देशों के आलोक में ग्रामीणों ने 21 फरवरी 2012 को 10 केवीए का जला ट्रांसफार्मर जमा कर दिया। ढाई साल से ज्यादा समय बीत गया। ट्रांसफार्मर विहीन पोल आज भी ग्रामीणों को बिजली होने का अहसास दिला रहा है। नेताओं व पंचायत प्रतिनिधियों के पैरवी के बदौलत बाद में जले कई ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं। नहीं बदला गया तो एससी बहुल चोटहांसा गांव का ट्रांसफार्मर। इसी गांव के दूसरे टोले में झकाझक बिजली जलती है। लोग कहते हैं वाह री किस्मत आधे गांव में बिजली आधा गांव अंधेरा।