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कथकी नृत्य भारतीय संस्कृति की पहचान

पाकुड़ : पाकुड़ पॉलिटेक्निक में शुक्रवार देर शाम स्पिक मेके के सहयोग से कत्थक नृत्य कार्यक्रम का आयोजन

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Apr 2017 09:33 PM (IST)Updated: Sat, 22 Apr 2017 09:33 PM (IST)
कथकी नृत्य भारतीय संस्कृति की पहचान
कथकी नृत्य भारतीय संस्कृति की पहचान

पाकुड़ : पाकुड़ पॉलिटेक्निक में शुक्रवार देर शाम स्पिक मेके के सहयोग से कत्थक नृत्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कत्थक के प्रसिद्ध कलाकार महुआ शंकर ने अपनी कला से यहां उपस्थित लोगों को भारतीय संस्कृति में कत्थक की महत्ता से अवगत कराया। इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन पाकुड़ पॉलिटेक्निक के डायरेक्टर अभिजीत कुमार और कलाकारों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कत्थक नृत्य के दौरान महुआ शंकर ने अपने विभिन्न प्रकार की भाव से अनेक प्रकार के चरित्र का चित्रण किया। उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर हरेक चीज में लय है। दिल के धड़कने से लेकर चिड़िया के चह-चहाने तक में लय है। लय के बिना जीवन नहीं है। अपने नृत्य से कलाकार ने नटखट बाल गोपाल के माखन चोरी करने के प्रसंग का चित्रण किया। मौके पर शहर के कई गण्यमान्य लोग व छात्र मौजूद थे। कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार की शाम पुरूलिया के कलाकार छऊ नृत्य प्रस्तुत करेंगे।


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