जितना तपेगा सूर्य, उतनी बुझेगी खेतों की प्यास
पाकुड़ : बिजली नहीं रहने का दंश झेल रहे जिले के किसानों के दिन बहुरने लगे हैं। कृषि कार्य के भूमि संर
पाकुड़ : बिजली नहीं रहने का दंश झेल रहे जिले के किसानों के दिन बहुरने लगे हैं। कृषि कार्य के भूमि संरक्षण विभाग ने जिले में उच्च प्रवाही सोलर पंप की स्थापना की है। वित्तीय वर्ष 2015-16 में आठ स्थानों पर उच्च प्रवाही सोलर पंप लगाए गए हैं। चालू वित्तीय वर्ष में भी जिले के विभिन्न प्रखंडों में 20 स्थानों पर उच्च प्रवाही सोलर पंप लगाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। इससे किसान आसानी से ¨सचाई कार्य कर सकेंगे। भूमि संरक्षण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गर्मी के महीने में जब किसानों को पानी की अधिक आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में यह प्लांट काफी उपयोगी साबित होंगे। जितना अधिक सूर्य तपेगा उतना ही सोलर पंप से खेतों की प्यास बुझेगी।
सोलर डीप बो¨रग योजना के तहत लगाए गए उच्च प्रवाही सोलर पंप गर्मी के मौसम में काफी समय तक चलते हैं। बरसात और ठंड के मौसम में यह प्लांट कम समय तक कार्य करते हैं। एक उच्च प्रवाही सोलर पंप प्लांट लगाने में 9.49 लाख रुपए खर्च आती है। किसानों को 9.4 हजार रुपए अंशदान के रुप में देना है। ---------------
पानी पंचायत समिति के जिम्मे पंप
उच्च प्रवाही सोलर पंप पानी पंचायत समिति के जिम्मे रहता है। प्लांट को लगाने के पूर्व भूमि संरक्षण विभाग 10-12 लाभुकों की समिति बनाती है। समिति में ऐसे किसानों को शामिल किया जाता है जिसका खेत 10 एकड़ के दायरे में हो। ------------------------
इन स्थानों पर लगेंगे सोलर पंप
प्रखंड गांव
-महेशपुर बाबूपुर
-महेशपुर अमलादही
-हिरणपुर तारजोला
-हिरणपुर देवपुर
-हिरणपुर मुर्गाडांगा
-अमड़ापाड़ा बड़ा पहाड़पुर
-पाकुड़िया खक्सा
-पाकुड़ लखनपुर
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वर्जन..
जिले में हरितक्रांति लाने के उद्देश्य से आठ स्थानों पर उच्च प्रवाही सोलर पंप की स्थापना की जा चुकी है। इस वर्ष 20 स्थानों पर पंप लगाई जाएगी। पंप लग जाने से किसानों को ¨सचाई कार्य के लिए अन्य संसाधनों के भरोसे नहीं रहना पड़ता है।
रामनंदन प्रसाद, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी,
पाकुड़