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कालाधन खपाने को नक्सली परेशान

पाकुड़ : हजार-पांच सौ के नोट का परिचालन बंद कर दिए जाने के बाद नक्सलियों की परेशानी बढ़ गई है। लेवी क

By Edited By: Published: Mon, 28 Nov 2016 01:02 AM (IST)Updated: Mon, 28 Nov 2016 01:02 AM (IST)
कालाधन खपाने को नक्सली परेशान

पाकुड़ : हजार-पांच सौ के नोट का परिचालन बंद कर दिए जाने के बाद नक्सलियों की परेशानी बढ़ गई है। लेवी के तौर पर वसूले गए पुराने हजार-पांच सौ का नोट खपाने के लिए नक्सली काफी परेशान हैं। इसके लिए पहाड़िया व आदिवासी समुदाय का सहारा लिया जा रहा है। नोटबंदी के शुरुआती दौर में नक्सलियों ने ग्रामीणों के माध्यम से लिट्टीपाड़ा, अमड़ापाड़ा के बैंकों में राशि भी जमा कराया था। इस समय भी बैंकों में नोट जमा कराने के लिए नक्सली परेशान हैं। ग्रामीण डर से इसका विरोध भी नहीं कर पा रहे।

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बताते चलें कि अमड़ापाड़ा प्रखंड क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र खांडोकांटा, आमझरी, पचुवाड़ा, जामकुंदर, बारगो, बड़ा बांधकोई तथा लिट्टीपाड़ा प्रखंड क्षेत्र के मुरजोड़ा, बड़ा चटकम, कुंजबोना, मोसाबिल, डमरु, मारगो, छतनी, मोहनपुर, लीलातरी आदि गांवों में नक्सल संगठन के कुछ सदस्य पुराने नोटों को बदलवाने के लिए कैंप कर रहे हैं। यहीं हाल अमड़ापाड़ा प्रखंड से सटे दुमका व लिट्टीपाड़ा प्रखंड के नजदीक गोड्डा सीमाई क्षेत्र का भी है। नोट की कमी के कारण नक्सली एक फिर तांडव मचा सकते हैं। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं है। नया नोट नहीं मिलने पर नक्सलियों को संगठन विस्तार में भी परेशानियों का सामना करना पड़ है। नाम नहीं छापने के शर्त पर लिट्टीपाड़ा के एक ग्रामीण ने बताया कि नक्सली संगठन के कुछ सदस्य पुराने नोट बैंक में जमा कराने के लिए ग्रामीणों के उपर दवाब बना रहे हैं। इसके एवज में ग्रामीणों को मजदूरी स्वरूप मोटी रकम दी जा रही है। रात में ही पुराने नोट का बंटवारा ग्रामीणों के बीच कर दिया जाता है। ताकि इसकी भनक पुलिस व अन्य ग्रामीणों को नही लग सके।

पुलिस हमेशा दावा करती रही है कि नक्सल प्रभावित थाना क्षेत्रों में निरंतर एलआरपी अभियान चलाया जाता है। जंगलों में पुलिस पदाधिकारी एलआरपी अभियान में शामिल हो रहे हैं। लेकिन आश्चर्य की बात है कि पुलिस का सूचना तंत्र मजबूत होने के बाद भी उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं है। पुलिस अमड़ापाड़ा, लिट्टीपाड़ा इलाके में नक्सली गतिविधि से साफ इन्कार कर रही हैं। परंतु पहाड़ों पर निवास करने वाले पहाड़िया समुदाय के लोग दावे के साथ कह रहे हैं कि पुराने नोट को बदलवाने के लिए नक्सली संगठन के सदस्य ग्रामीणों को ढाल बना रहे हैं।

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'नक्सली गतिविधि की कोई सूचना नहीं है। पुलिस बैंकों व एटीएम पर लगातार नजर रखी हुई है। सूचना मिलते ही कार्रवाई होगी।

संतोष कुमार, एसडीपीओ

पाकुड़


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