आपातकाल में एंबुलेंस को भी नहीं दिया तेल
लोहरदगा : लोहरदगा जिले में पेट्रोल पंप संचालकों की मनमानी अब मानवता को भी तार-तार कर रही है। नियम के
लोहरदगा : लोहरदगा जिले में पेट्रोल पंप संचालकों की मनमानी अब मानवता को भी तार-तार कर रही है। नियम के अनुसार पेट्रोल पंप में आम लोगों के लिए सुविधाएं और सुरक्षा के इंतजाम की बात तो दूर जरूरी काम में भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गुरूवार और शुक्रवार को लगातार दो दिन शहर के किस्को मोड़ स्थित पेट्रोल पंप से मानवता और नियम को ताक पर रख कर सदर अस्पताल के एंबुलेंस को भी डीजल देने से इंकार कर दिया।
गुरुवार को प्रसव पीड़ा से गंभीर महिला को रांची ले जाने को लेकर एंबुलेंस में इंधन भरवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पर्ची लेकर एंबुलेंस चालक रफीक अंसारी किस्को मोड़ स्थित पेट्रोल पंप में पहुंचा तो पंप कर्मियों ने यह कह कर तेल देने से इंकार कर दिया कि उनका लोहरदगा के डीसी और एसपी के यहां लाखों रूपए बकाया है, ऐसे में वे किसी को उधार नहीं दे सकते हैं। थक-हार कर एंबुलेंस चालक लौट गया। शुक्रवार को फिर एक बार एक मरीज को रांची ले जाने को लेकर ऐसी ही स्थिति आई तो एंबुलेंस चालक ने फिर से स्वास्थ्य विभाग की पर्ची लेकर उसी पेट्रोल पंप में पहुंचा, परंतु मीडिया कर्मियों की उपस्थिति में भी पंप कर्मियों ने तेल देने से इंकार कर दिया। पंप कर्मियों का कहना है कि उन्हें मात्र 1.42 रुपये कमीशन मिलता है, ऐसे में वे उधार नहीं दे सकते हैं। उनका सरकारी विभागों के पास लाखों बकाया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का कहना है कि विभाग ने पहले पेट्रोल पंप को 20 हजार रुपये अग्रिम दिए थे, वह तीन दिन पहले ही खत्म हो गया। उन्होने अनुरोध किया कि तकनीकी कारणों से वे पैसा नहीं दे पा रहे हैं, बावजूद इसके तेल देने से इंकार कर दिया। जिससे स्वास्थ्य कर्मियों को आपस में ही पैसे मिलाकर दूसरे पंप से तेल लेना पड़ा है। मामले में उपायुक्त विनोद कुमार का कहना है कि मामला बेहद गंभीर है। वे मामले की जांच करा कर कार्रवाई करेंगे।